अजय माकन, ताम्रध्वज साहू दोनो की रिपोर्ट का दिल्ली में होगा मंथन
जयपुर । पिछले तीन दिनों से कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने विधानसभा की सभी 200 सीटों पर कांग्रेस के जीते हारि विधायकों के साथ संगठन में पदाधिकारियों से चिंतन मनन के बाद गहलोत पायलट के समर्थकों को साफ शब्दो में कह दिया की मै ही दिल्ली हूं यह कहने वाले माकन सम्भवता पहले ऐसे प्रभारी है जिन्हें कांग्रेस के राष्ट्रीय आलाकमान की तिकड़ी श्रीमती सोनिया गांधी पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी से राजस्थान की तकरार सुलझाने का फ्री हैंड दिया हुआ है। अन्यथा आज तक हर नेता प्रभारी दिल्ली के इशारे के बिना एक शब्द भी कहने की छूट कांग्रेस कल्चर में अभी तक नहीं देखी गई है।
फिर चाहे पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंन्दिरा गांधी, राजीव गांधी के बाद पार्टी की कर्ताधर्ता बनी श्रीमती सोनिया गांधी राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ऐसे में राजस्थान प्रभारी अजय माकन द्वारा मै ही दिल्ली हूं कहने का दम अभी देखना बाकी है। मगर दूसरी ओर घोषणा पत्र के क्रियान्वयन समिति के अध्यक्ष और छत्तीसगढ के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने आज जयपुर पहुंचकर गहलोत सरकार के अब तक लिए गए तमाम जनहित के फैसलों का रिव्यू किया है हालांकि दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सरकार के कामकाज का कैबिनेट मंत्रिमंडल में रिव्यू कर यह कह दिया था कि घोषणा पत्र में दिए गए वादो में सरकार ने 64 फीसदी वादे पूरे कह लिए है और 28 फीसदी वादों पर तीव्र गति से चल रहे है। मगर फिर भी घोषणा पत्र क्रियान्वयन समिति के चेयरमैन ताम्रध्वज साहू के जरिये कांग्रेस आलाकमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पायलट के बीच चल रही तथाथित कार्यकर्ताओं को मान सम्मान दिलाने की तकरार को दूध का जला छाछ फूक फूंक कर पीता है कि तर्ज पर जांचने के लिए पहले विधायकों, संगठन के कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों की प्रभारी अजय माकन के द्वारा रायशुमारी गहलोत सरकार की करवाई गई और अब सरकार के ही कामकाज का पहला पैरामीटर माने जाने वाले घोषणा पत्र के वादों के अनुसार सरकार की परफोरमेंस जांची गई है ताकी अजय माकन द्वारा विधायकों और संगठन की सुनी गई शिकवे शिकायतों के साथ ताम्रध्वज साहू द्वारा लिए गए सरकार की परफोरमेंस के फैसले दोनो को जोड़कर कांग्रेस राष्ट्रीय आलाकमान को राजस्थान में चल रही नेताओं के बीच तकरार का निर्णय करने में कोई परेशानी का सामना न करना पडे हालांकि प्रभारी द्वारा मै ही दिल्ली हूं कहने के दमखम में प्रदेश कांग्रेस के सरकार में शामिल मंत्रियों, विधायकों और संगठन में पदाधिकारियों, वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को फैसला आने के बाद ही नजर आयेगा। जबकि कांग्रेस के दोनो खेमों के समर्थको में प्रभारी और घोषणा पत्र के चेयरमैन ताम्रध्वज साहूं के स्वागत सत्कार में देखे जा रहे उत्साह से स्पष्ट है हो रहा है कि सत्ता और संगठन में कुछ ना कुछ घटने की तिथि अब अधिक दूरी नहीं रह गई है।