अपनी करतूतों के बावजूद भारत से सद्भाव चाहता है पाकिस्तान
इस्लामाबाद। पाकिस्तान खुद भले ही आपसी रिश्तों में विश्वासघात करता रहा हो, लेकिन भारत से वह हर हाल में सद्भाव की उम्मीद रखता है। पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा अपने दो जवानों का गला काटने से खराब हुए माहौल की पृष्ठभूमि में जब भारत ने उसके छात्रों को वापस भेज दिया, तो वह बिफर गया है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि वह इसे भारत सरकार के साथ आधिकारिक स्तर पर उठाएगा।
दिल्ली के एक गैरसरकारी संगठन ने 'एक्सचेंज फॉर चेंज' कार्यक्रम के तहत लगभग 50 पाकिस्तानी छात्रों को आमंत्रित किया था। लेकिन, बुधवार को भारत सरकार के निर्देश के बाद गैरसरकारी संगठन ने छात्रों को वापस भेज दिया। सरकार का कहना था कि जवानों का सिर काटने के बाद इस तरह के कार्यक्रमों के लिए यह सही समय नहीं है। इस पर पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नफीस जकरिया ने कहा कि छात्रों को वापस भेजने के पीछे हिंदू अतिवादी संगठनों का दबाव था और भारत सरकार इस पर मूकदर्शक बनी रही।