अमृतसर एयरपोर्ट पर आतंकी हमले की आशंका, सेना ने नियंत्रण में ली सुरक्षा व्यवस्था

अमृतसर के गुरु रामदास इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सरकार ने अचानक सुरक्षा में बढ़ोतरी करते हुए इसे सेना के नियंत्रण में दे दिया है। एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) टॉवर भी सेना ने अपने नियंत्रण में ले लिया है।
करीब चार दिन पहले किया गया सुरक्षा व्यवस्था में यह बदलाव मंगलवार को लोगों की नजर में आने पर चारों तरफ हमले की अफवाह फैल गई।

इस बारे में किसी भी अधिकारी ने स्पष्ट तौर पर कुछ भी बताने से इनकार किया है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि पिछले सप्ताह पाकिस्तान की तरफ से सीमा पर ड्रोन द्वारा गिराए गए हथियार पकड़े जाने के बाद एयरपोर्ट पर आतंकी हमले की आशंका के कारण सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई है। सूत्रों ने यह भी कहा कि चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर भी इसी तरह सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद की गई है।

सूत्रों का कहना है कि इसी चेतावनी के मद्देनजर अमृतसर एयरपोर्ट पर हमले की संभावना के चलते वॉच टॉवरों व अन्य अहम स्थानों पर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवानों के साथ सेना के स्नाइपर (अचूक निशानेबाज) तैनात किए गए हैं।

एयरपोर्ट पर सेना के करीब 150 कमांडो तैनात किए गए हैं। सूत्रों ने कहा कि करीब चार दिन पहले बढ़ाई गई यह सुरक्षा व्यवस्था अगले चार-पांच दिन या उसके बाद भी जारी रह सकती है।
आठ आतंकी गिरफ्तार कर चुकी है पुलिस
पिछले सप्ताह 27 सितंबर को पंजाब पुलिस ने तरनातरन जिले में पाकिस्तान से लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर क्रैश हुए ड्रोन पर लदा हथियारों का जखीरा पकड़ा था। ये हथियार पाकिस्तान से आतंकियों के लिए भेजे गए थे।

पुलिस इस मामले में प्रतिबंधित संगठन खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स से जुड़े 8 आतंकियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनके कब्जे से 5 एके-47 राइफल, बड़ी संख्या में मैगजीन, सैटेलाइट फोन और करीब 10 लाख रुपये की नकली भारतीय करेंसी बरामद की थी।

पुलिस को दो आतंकियों आकाशदीप सिंह और शुभदीप सिंह ने अमृतसर जिले में पाकिस्तान सीमा के पास महावा गांव में छिपाकर रखा गया एक ड्रोन भी बरामद कराया था। इन्होंने खुलासा किया था कि यह ड्रोन हथियार लाने में शामिल हो रहे चार ड्रोन में से एक है।

उन्होंने इन ड्रोन के जरिए लाए गए हथियारों के अब भी तरनातरन जिले में मौजूद होने की जानकारी भी दी थी। पुलिस अभी तक ये हथियार बरामद नहीं कर सकी है। इसके बाद ही हाई अलर्ट जारी किया गया था। भारतीय वायुसेना ने भी क्रैश हुए ड्रोन की रिकवरी के बाद ऑरेंज अलर्ट जारी किया था।

ड्रोन से 8 बार हथियार लाने की है सूचना
खुफिया सूत्रों के मुताबिक, एक बार में 10 किलोग्राम वजन लाने में सक्षम चीन निर्मित इन ड्रोन विमानों ने इस महीने कम से कम 8 बार चक्कर लगाकर पाकिस्तान से हथियार, नकली भारतीय करेंसी और कम्युनिकेशन के उपकरण आतंकियों तक पहुंचाए हैं। पुलिस कार्रवाई के बाद यह भी खुलासा हुआ था कि इन हथियारों की मदद से खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के आतंकी पंजाब और जम्मू-कश्मीर में कई बड़े आतंकी हमलों को अंजाम देने की योजना तैयार किए हुए हैं।

 

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