आज का गुडलक: बना है खास योग, सूर्यास्त के बाद करें ये काम
आज गुरुवार दिनांक 27.06.17 सावन माह के शुक्लपक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी के रूप में मनाया जाएगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पंचमी तिथि के स्वामी नाग देवता हैं। श्रवण मास में नाग पंचमी होने के कारण इस मास में धरती खोदने का कार्य नहीं किया जाता। अतः इस दिन भूमि में हल चलाना, नींव खोदना अशुभ माना जाता है। भूमि नागों का घर माना जाता है। भूमि खोदने से नागों को कष्ट होने की संभावनाएं रहती हैं। पूरे दिन उपवास रखकर सूर्यास्त के बाद नाग पूजन हेतु खीर बनाकर सबसे पहले नाग देवता की मूर्ति अथवा शिव मंदिर में जाकर भोग लगाया जाता है, उसके बाद इस खीर को प्रसाद के रुप में स्वयं ग्रहण किया जाता है। इस दिन नमक व तले हुए भोजन का प्रयोग वर्जित होता है।
नाग पंचमी पूजा मुहूर्त: प्रातः 07:01 से 08:36 तक रहेगा।
आज का अभिजीत मुहूर्त: दिन 12:00 से 12:54 तक।
आज का अमृत काल: रात 21:23 से रात 23:00 तक।
यात्रा महूर्त: दिशाशूल – दक्षिण दिशा। नक्षत्र शूल – उत्तर दिशा। अतः आज दक्षिण व उत्तर दिशा की यात्रा टालें।
आज जिनकी शादी की सालगिरह है: पूरे साल को बेहतर बनाने के लिए पति-पत्नी दोनों 3 केले सफेद गाय को खिलाएं।
आज जिनका जन्मदिन है: पूरे साल गुडलक पाने के लिए गेंदे का फूल सफ़ेद शिवलिंग पर चढ़ाएं।
आज का गुडलक: भोजपत्र पर अष्टगंध की स्याही से बारह नागों का चित्र बनाकर, इसका पंचोपचार पूजन करें और इस पर दूध का भोग लगाकर इन 12 मंत्रों का जाप करें।
मंत्र: अनंत नागाय नमः। वासुकी नागाय नमः। शेष नागाय नमः। पद्म नागाय नमः। कंबला नागाय नमः। कर्कोटक नागाय नमः। अश्वतरा नागाय नमः। धृतराष्ट्र नागाय नमः। शंखपाल नागाय नमः। कालिया नागाय नमः। तक्षक नागाय नमः। पिंगला नागाय नमः। मंत्र के बाद दूध किसी पेड़ की जड़ में दाल दें।