आतंकी अलर्टः पठानकोट में दूसरे दिन भी 2500 जवानों ने चलाया कॉम्बिंग ऑपरेशन, चप्पा-चप्पा छाना
आतंकी हमले के इनपुट के बाद लगातार दूसरे दिन सूबे के विभिन्न जिलों से आए करीब 2500 जवानों की 200 से अधिक टीमों ने मीरथल, माधोपुर, सुजानपुर कस्बों में सर्च अभियान चलाया। एडीजीपी, एसएसपी, एसपी एवं अन्य स्तर के अधिकारियों की अगुवाई में एसएसजी, स्वैट, एसओजी और घातक टीमों के साथ स्थानीय पुलिस ने गांव और शहर तक बारीकी से निरीक्षण किया।
अब यह अभियान जिले में सोमवार के बाद भी जारी रहेगा। डीसी और एसएसपी सहित पंजाब के उच्चाधिकारी इस ऑपरेशन की पल-पल की अपडेट ले रहे हैं। हालांकि पुलिस टीमों को दूसरे दिन भी कोई संदिग्ध वस्तु या व्यक्ति नहीं मिला। पुलिस टीमों ने घरों से लेकर पहाड़, जंगल, खड्डों को खंगाला। मौके पर सुरक्षा व्यवस्था जांचने के अलावा लोगों को सतर्क रहने के भी निर्देश दिए गए।
संदिग्धों के दिखने या गतिविधि पर तुरंत पुलिस को सूचित करने के निर्देश भी दिए गए। आला स्तर के इस ऑपरेशन का असर सामान्य जनजीवन पर नहीं दिखा। इसके अलावा रणजीत सागर डैम में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है, सिक्योरिटी चेक पोस्ट नंबर एक पर गाड़ियों की चेकिंग की जा रही है। पर्यटकों के लिए डैम परिसर में प्रतिबंध लगा दिया गया है।
शाहपुरकंडी से शुरू किए सर्च अभियान में शामिल करीब 900 जवान और अधिकारियों ने अद्वैत स्वरूप आश्रम शाहपुरकंडी, सरकारी मॉडल स्कूल जुगियाल और अन्य स्थानों पर डेरा जमाया है। पिछले दिन 50 टीमों ने रावी नदी, मट्टी, कोट, सलाडी, मैरा टीका, सुकरेत, दोरंग खड्ड, डूंग, थडा उपरला, बांध परियोजना और रणजीत सागर झील के साथ लगते जंगलों के अलावा गुज्जरों के डेरों का निरीक्षण किया। टीम में 8 एसपी रैंक के अधिकारी, 50 डीएसपी, आईआरबी के कमांडेंट, कमांडों व जवान शामिल हैं।
सुजानपुर के 52 गांवों में सर्च
पुलिस ने सुजानपुर के 52 गांवों में सर्च ऑपरेशन चलाया। डीएसपी बलकार सिंह ने बताया कि वार्ड वाइज अलग-अलग पार्टियों की ड्यूटी लगाई गई है, जिसमें हर घर दुकान और हर गली में तलाशी ली जा रही है। उन्होंने लोगों से अपील की कि हाई अलर्ट में पुलिस का सहयोग करें। क्योंकि, जनता के सहयोग के बिना पुलिस किसी भी आपराधिक प्रवृत्ति वाले व्यक्ति को पकड़ने में सफल नहीं हो सकती।
थाना प्रभारी अश्विनी कुमार की टीम ने गांव पंजोड़, गांव मुद्दे गंदला लाहडी, काला चक्क, फलकपुर में सर्च अभियान चलाया गया और वहां पर गुज्जरों के डेरे में भी जाकर सर्च की गई। गुज्जरों के डेरे, बस्तियों, रेलवे लाइन, नहर के आसपास के इलाके तथा वह स्थान जहां पर कोई शरारती तत्व छुपा हो सकता है, उनकी जांच की जा रही है।
पंजाब-हिमाचल सीमा के गांव खंगाले
हिमाचल पुलिस ने डीएसपी डॉ. साहिल अरोड़ा के नेतृत्व में पंजाब-हिमाचल सीमा से सटे चक्की दरिया के किनारे गुर्जर समुदाय के लोगों झुग्गी झोपड़ी, क्रशर की लेबर आदि व इसके बाद भदरोया के निजी संस्थान में जाकर होस्टल के कमरों की जांच की। इसके बाद पुलिस चौकी ढांगू ने एयरफोर्स के साथ लगते गांव और जंगलों में सर्च अभियान चलाया।
थाना प्रभारी और चौकी प्रभारियों के साथ बड़ी संख्या में पहुंचे पुलिस और कमांडो टीम ने जंगल का चप्पा चप्पा छाना। डीएसपी डॉ. साहिल अरोड़ा ने बताया कि अलर्ट के अलावा त्यौहारी सीजन है, पुलिस लोगों की सुरक्षा को लेकर गंभीर है। इस दौरान नूरपुर थाना प्रभारी के भाटिया, कंडवाल चौकी प्रभारी प्रीतम जरियाल, ढांगू चौकी प्रभारी गुरध्यान शर्मा, थाना प्रभारी इंदौरा सुरिंदर धीमान ने इस अभियान में हिस्सा लिया।