इमरान के साथ बाजवा भी आज पहुंचेंगे करतारपुर, क्या सिद्धू फिर मिलेंगे गले?
नई दिल्ली, पाकिस्तान में बुधवार को करतारपुर साहिब कॉरिडोर की आधारशिला रखी जाएगी. प्रधानमंत्री इमरान खान इसकी नींव रखेंगे. भारत की ओर से दो केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और हरदीप पुरी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पाकिस्तान रवाना हो गए हैं.
केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और हरदीप पुरी ने अटारी-वाघा सीमा को पार किया और वह कार्यक्रम में शामिल होंगे. दूसरी ओर, पाक प्रधानमंत्री इमरान खान दोपहर डेढ़ बजे करतारपुर पहुंचने वाले हैं. इस कार्यक्रम में पाक सेना प्रमुख जनरल बाजवा भी शामिल होंगे.
पाकिस्तानी सुरक्षा बल के प्रवक्ता ने ट्वीट कर जानकारी दी कि पाक सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे. बाजवा के कार्यक्रम में आने से एक बार फिर नवजोत सिंह सिद्दू के साथ मुलाकात की संभावना बढ़ गई है.
'गले मिलना पंजाबियत का हिस्सा'
दूसरी ओर, शिलान्यास के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पाकिस्तान पहुंचे पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने जनरल बाजवा से गले मिलने के सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि उनसे गले मिलना पंजाबियत का हिस्सा था यह कोई राफेल डील नहीं थी.
मंगलवार को लाहौर पहुंचने के बाद सिद्धू ने कहा कि जब दो पंजाबी मिलते हैं तो वे एक-दूसरे के गले मिलते हैं. पंजाब में यह आम चलन है. वे बस चंद सेकेंड के लिए पाकिस्तान के आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा से मिले, गले लगना कोई राफेल डील नहीं.
सिद्धू ने उम्मीद जताते हुए कहा कि करतारपुर कॉरिडोर भारत-पाकिस्तान के बीच पुल का काम करेगा और आपसी दुश्मनी कम करेगा. इस कॉरिडोर से लोगों के बीच संपर्क बढ़ेगा. उन्होंने इस गलियारे को संभावनाओं, शांति और समृद्धि का कॉरिडोर बताया.
सुषमा-अमरिंदर ने किया इनकार
नवजोत सिंह सिद्धू मंगलवार को ही पाकिस्तान पहुंच गए. हालांकि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अलग-अलग कारणों से करतारपुर कॉरिडोर की आधारशिला रखे जाने के कार्यक्रम में शामिल होने से मना कर दिया था. जबकि सिद्धू ने निमंत्रण को स्वीकार कर लिया.
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने सोमवार को पंजाब के गुरुदासपुर करतारपुर कॉरिडोर की आधारशिला रखी थी. इस कॉरिडोर के जरिए सिख श्रद्धालु पाकिस्तान स्थित करतारपुर के गुरुद्वारा दरबार साहिब आसानी से जा सकेंगे. यह गुरुद्वारा सिखों के लिए बड़ा महत्व रखता है क्योंकि गुरु नानक देव जी ने अपने जीवन के 18 साल यहां गुजारे थे.
दूसरी ओर, करतारपुर साहिब गलियारे की आधारशिला रखे जाने के कार्यक्रम के लिए कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के पाकिस्तान जाने के फैसले की आलोचनाओं के बीच मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि उन्होंने अपने सहयोगी से इस पर फिर से विचार करने को कहा था.
उन्होंने कहा कि उन्होंने अनुमति के लिए सिद्धू का अनुरोध इसलिए स्वीकार कर लिया क्योंकि वह किसी को ‘निजी यात्रा’करने से मना नहीं कर सकते हैं. अमरिंदर ने कहा, 'सिद्धू ने मुझे बताया कि वह पहले ही जाने का वादा कर चुके हैं. जब मैंने उन्हें इस मुद्दे पर अपने रुख से अवगत कराया तो उन्होंने कहा कि यह व्यक्तिगत यात्रा है, लेकिन वह मुझसे बात करेंगे, लेकिन अभी तक मेरी उनसे कोई बातचीत नहीं हुई है.'