एटा: गैंगरेप के आरोपी बेटे को नाबालिग साबित करने के चक्कर में फंसा पिता, मुकदमा दर्ज

एटा. गैंगरेप (Gangrape) के आरोपी बेटे (Accused Son) को बचाने के चक्कर में खुद पिता फंसा गया. अब पुलिस ने पिता के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. दरअसल, बेटे को नाबालिग दिखाने के लिए पिता ने फर्जी टीसी (Fake Transfer Certificate) लगाई. लेकिन जब टीसी की सत्यता जानने के लिए विद्यालय के प्रधानाचार्य को कोर्ट में हाजिर किया गया तो पूरा मामला खुला गया. अब जिला प्रोबेशन अधिकारी की तहरीर पर आरोपी पिता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है.
अप्रैल 2018 में हुई थी वारदात
थाना जलेसर क्षेत्र में एक किशोरी के साथ 27 अप्रैल 2018 को चार लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था. दुष्कर्म के आरोपी सौरभ पुत्र हरीसिंह निवासी नाबार्ड को नाबालिग दर्शाया गया था. उसे किशोर न्याय बोर्ड में रखा गया. आरोपी के पिता ने बेटे को नाबालिग साबित करने के लिए मुलायम सिंह जूनियर हाईस्कूल देवकरनपुर की फर्जी टीसी शैक्षिक प्रमाण पत्र के रूप में लगाई थी. टीसी की सत्यता जानने के लिए किशोर न्याय बार्ड की ओर से विद्यालय के प्रधानाचार्य को 26 अक्तूबर 2019 को न्यायालय में तलब किया. स्कूल के प्रधानाचार्य ने न्यायालय में उक्त टीसी को फर्जी बताया. बोर्ड अध्यक्ष की ओर से 18 नवंबर को जिला प्रोबेशन अधिकारी को आरोपी के पिता हरीसिंह के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए. जिला प्रोबेशन अधिकारी अबुल कलाम ने आरोपी के खिलाफ तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया है.
दुष्कर्म की वारदात में सगे भाई शामिल
दुष्कर्म की वारदात में सौरभ और गौरव सगे भाई शामिल थे. वहीं प्रमोद और रवेंद्र गांव के ही हैं. पुलिस ने कुछ समय बाद चारों को गिरफ्तार कर लिया था. न्यायालय के आदेश पर जिला प्रोवेसन अधिकारी की तहरीर पर कोतवाली नगर में हरीसिंह पुत्र चिरंजीलाल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है. इस मामले में आगे कार्यवाही की जा रही है.
अपर पुलिस अधीक्षक संजय कुमार ने बताया कि प्रोबेशन अधिकारी के द्वारा एक अभियोग पंजीकृत कराया गया है. इसमें मुलजिम के पिता को अभियुक्त बनाया गया है. मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.

 

 

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