कुत्ते को कैंसर था, डॉक्टरों ने खोपड़ी का हिस्सा निकालकर टाइटेनियम से नया हिस्सा बनाया
ओटावा. कनाडा में डॉक्टरों और रिसर्चरों की एक टीम ने कैंसर पीड़ित एक कुत्ते की जान बचा ली। कैंसर का ट्यूमर कुत्ते की खोपड़ी के एक हिस्से में था। ऐसे में डॉक्टरों को उसकी खोपड़ी के खराब पड़ चुके हिस्से को बदलना था। हालांकि, यह अपनी तरह का पहला एक्सपेरिमेंट रहा, क्योंकि सिर का हिस्सा बदलने के लिए डॉक्टरों को उसी आकार का नया हिस्सा चाहिए था। ऐसे में रिसर्चरों की एक टीम ने 3-डी प्रिंटिंग तकनीक की मदद से टाइटेनियम की नई प्लेट तैयार की और खोपड़ी के पुराने हिस्से को उससे बदल दिया।
खोपड़ी स्कैन कर तैयार किया टाइटेनियम का मॉडल
इस एक्सपेरिमेंट को अंजाम देने वाले कॉर्नेल यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स का कहना है कि कैंसर का ट्यूमर कुत्ते की खोपड़ी के बाहरी हिस्से में लटकने लगा था। रिसर्च टीम की हेड मिशेल ओब्लाक ने खोपड़ी और ट्यूमर का स्कैन निकाला और 3-डी प्रिंटिंग के लिए उसके मॉडल तैयार करने शुरू कर दिए।
ओब्लाक के मुताबिक, आमतौर पर शरीर के किसी अंदरुनी हिस्से को बिल्कुल पुराने हिस्से जैसा बनाना नामुमकिन होता है, लेकिन इस मामले में कुत्ते की खोपड़ी का हिस्सा बिल्कुल उसके साइज का बना दिया गया। कुत्ते के मालिक डेनियल डाइमेक के मुताबिक, सर्जरी सफल रही और वे खुश हैं कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों को खत्म करने में भी तकनीक मदद कर सकती है।
इंसानों पर भी आजमाई जा सकती है तकनीक
ओब्लाक ने भविष्य में इस तकनीक का इस्तेमाल इंसानों पर भी करने की बात की। उन्होंने कहा कि जानवरों के लिए 3-डी प्रिंटिंग तकनीक पूरी तरह सफल साबित हुई। इससे गंभीर समस्याओं से जूझ रहे इंसानों के अंगों को भी बदलने के तरीकों पर विचार किया जा सकता है। डॉक्टर पहले भी इंसानों का जबड़ा और रीढ़ की हड्डी ठीक करने के लिए 3-डी प्रिंटिंग का सहारा ले चुके हैं।