कुलगाम मुठभेड़: अलगाववादियों ने बुलाया घाटी बंद, भारी सुरक्षा बल तैनात
जम्मू एवं कश्मीर के कुलगाम जिले में रविवार को आतंकवादियों के साथ सुरक्षा बलों की मुठभेड़ के बाद अलगाववादियों ने सोमवार को पूरी घाटी में बंद का आह्वान किया है, जिसके मद्देनजर यहां कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। घाटी में सुरक्षा बलों की भारी तैनाती की गई है। हालांकि किसी भी जगह कर्फ्यू नहीं लगाया गया है। कुलगाम जिले के फ्रिसल गांव में रविवार को हुई मुठभेड़ में चार आतंकवादी मारे गए थे। इसमें दो जवान शहीद हो गए, जबकि दो नागरिकों की भी जान गई। इस दौरान लोगों और सुरक्षा बलों के बीच हिंसक झड़पें भी हुईं, जिनमें 25 से अधिक लोग घायल हो गए।
पुलिस के अनुसार, दो आतंकवादी लश्कर-ए-तैयबा और दो अन्य हिज्बुल मुजाहिद्दीन के थे। घाटी में दुकानें, सार्वजनिक वाहन और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद हैं। सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में एक अधिकारी सहित सेना के तीन जवान घायल हो गए, जिन्हें प्लेन के जरिये श्रीनगर स्थित सेना के 92 बेस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। घायल जवानों की हालत स्थिर बतायी जाती है।
पुलिस महानिदेशक एसपी वैद्य ने बताया कि सुरक्षा बलों ने चार आतंकवादियों को मारकर अहम सफलता हासिल की है। उन्होंने कहा कि लेकिन यह दुभार्ग्यपूर्ण है कि हमारे दो सैनिक भी शहीद हो गए और घर के मालिक का बेटा मुठभेड़ के दौरान हुई गोलीबारी की चपेट में आ गया, जिसने बाद में दम तोड़ दिया। मुठभेड़ की बाबत पूछे जाने पर राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने दिल्ली में संवाददाताओं से कहा कि भारत की जमीन पर आतंकवाद पाकिस्तान प्रायोजित है।
घर में छुपे थे आतंकी
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि गुप्त सूचना मिलने पर जम्मू कश्मीर पुलिस ने रविवार तड़के करीब साढ़े चार बजे सेना और अर्द्धसैनिक बलों की मदद से फ्रिसल इलाके में स्थित नागबल गांव को चारों ओर से घेर लिया। यह इलाका श्रीनगर से करीब 70 किलोमीटर दूर है। सभी घरों की बार बार तलाशी ली गई लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। ऐसे में पुलिसकर्मियों के साथ गये छापा मारने वाले दल ने एक घर की फिर से तलाशी लेने पर जोर दिया।
राष्ट्रीय राइफल्स के एक जवान और राज्य पुलिस के विशेष अभियान समूह ने एक बार फिर उस घर की तलाशी ली जहां उन्हें विशेष तरह से बनी एक छत दिखी जिसमें आतंकवादी छुपे हुए थे। पकड़े जाने पर उन्होंने घर के मालिकों के साथ गए सैनिकों पर जबरदस्त गोलीबारी शुरू कर दी जिसकी चपेट में आने से लांस नायक रघुवीर सिंह और लांस नायक गोपाल सिंह बडोदिया शहीद हो गए।
बहरहाल, जवाबी गोलीबारी के बाद तीन आतंकवादी किसी तरह भागकर पास के जंगल में जाने में सफल रहे जबकि प्रतिबंधित हिज्बुल मुजाहिदीन संगठन से संबद्ध अन्य चार आतंकवादी मारे गए। मारे गए चार आतंकवादियों में से तीन की पहचान मदस्सर अहमद तांत्रे, फारख अहमद डार और अजहर अहमद के रूप में हुई है। चौथे आतंकवादी की पहचान के प्रयास किये जा रहे हैं। मुठभेड़ की जगह से चार हथियार बरामद किए गए हैं।