गुजरातः थाने में बनाया टिकटॉक वीडियो, पुलिस ने 4 युवकों को किया गिरफ्तार
वायरल हुए टिकटॉक वीडियो में दिखाई दे रहा है कि आरोपी थाने के अंदर बिना किसी डर के बिंदास अंदाज में टिकटॉक वीडियो बना रहे हैं. इस वीडियो के सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई और आनन-फानन में चारों आरोपी को फिर से गिरफ्तार कर लिया.
बनासकांठा में पुलिस स्टेशन के अंदर बनाया टिकटॉक वीडियोगुजरात में थाने के अंदर वीडियो बनाने पर पकड़े गए 4 युवक
टिकटॉक को लेकर लोगों में दीवानगी कम होने का नाम नहीं ले रही. पुलिस थाने में टिकटॉक वीडियो बनाने के चक्कर में कई को सजा भी हो चुकी है, लेकिन लोग सुधरने का नाम नहीं ले रहे. गुजरात के बनासकांठा जिला के आगथणा पुलिस स्टेशन के अंदर बनाया गया टिकटॉक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. हालांकि अब इसके आरोप में 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
टिकटॉक वीडियो में दिखाई दे रहा है कि आरोपी थाने के अंदर बिना किसी डर के बिंदास अंदाज में टिकटॉक वीडियो बना रहे हैं. इस वीडियो के सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई और आनन-फानन में चारों आरोपी को फिर से गिरफ्तार कर लिया.
शिकायत के बाद गिरफ्तारी
डिप्टी एसपी पीएच चौधरी का पूरे मामले पर कहना है कि गुजराती भाषा बोल रहे इस वीडियो को जिन लोगों ने बनाया है, शिकायत के बाद उनको गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपियों को पुलिस थाने में लेकर आई थी.
पुलिस थाने में टिकटॉक वीडियो बनाने के पीछे आरोपियों की योजना था कि इस वीडियो को वायरल कर खुद का रौब दूसरों पर जमाएंगे. हालांकि अब वीडियो के वायरल होने के बाद यह सवाल उठने लगा है कि आरोपियों के पास ये वीडियो बनाने के लिए मोबाइल फोन कैसे आया और जिस समय ये आरोपी थाने के अंदर वीडियो बना रहे थे तब उस समय पुलिस वहां क्या कर रही थी.
पुलिस ने दी ये सफाई
हालांकि पूरे प्रकरण पर पुलिस का कहना है कि जिस वक्त ये लोग थाने में वीडियो बना रहे थे उस वक्त पुलिस दूसरे रूम में अन्य मामलों की जांच और पूछताछ कर रही थी.
पुलिस ने इन चारों आरोपियों को 13 अक्टूबर को ही गिरफ्तार किया कर लिया, इसी दिन इन युवकों ने टिकटॉक वीडियो पुलिस थाने में बनाया था. वीडियो बनाने वाले आरोपियों में अल्पेशजी ठाकोर, अतुल ठाकोर, दिलीप ठाकोर, और महेंद्र ठाकोर हैं.
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले मेहसाणा जिले में पुलिस कांस्टेबल आर्पिता चौधरी को पुलिस स्टेशन में टिकटॉक वीडियो बनाने की वजह से सस्पेंड कर दिया गया था. पुलिस ने इन आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है. लखनऊ में भी पुलिस थाने में टिकटॉक वीडियो बनाने के कई मामले सामने आ चुके हैं.