जन्माष्टमी पर पर्स में रखें ये चीज, सदा के लिए दूर होगी दरिद्रता
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी आने को कुछ दिन शेष बचे हैं। लगभग हर घर में बाल गोपाल के जन्म उत्सव को मनाने की तैयारियां आरंभ हो गई होंगी। भगवान श्रीकृष्ण विष्णु जी के आठवें अवतार माने जाते हैं। श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव का नाम ही जन्माष्टमी है। गोकुल में यह त्योहार 'गोकुलाष्टमी' के नाम से मनाया जाता है। इस दिन समस्त श्रीकृष्ण भक्त भक्ति रस में डूबे रहते हैं। कुछ ऐसे काम भी हैं जो इस दिन करने से पुण्य के साथ-साथ शुभ फल प्रदान करते हैं। आप भी करके देखें
श्रीकृष्ण पूजन करने से पहले कुछ सिक्के उनके सामने रखें, आरती के उपरांत उन सिक्कों को अपने पर्स में रखें। इन सिक्कों को सहज कर रखें, सदा के लिए दूर हो जाएगी आपकी दरिद्रता।
यदि आपके पास धन आता तो है लेकिन बहुत जल्दी खर्च हो जाता है। ऐसे में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की रात 11 पीली कौड़िया रखकर 12 बजे श्रीविष्णु का देवी लक्ष्मी के संग पूजन करें। जब पूजन सामग्री समेटनी आरंभ करें तब कौड़ियों को उठाकर लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रख लें।
सूर्यास्त के बाद देवी तुलसी को लाल रंग की चुनरी अर्पित करके तिल के तेल का दीपक लगाएं। फिर 'ऊं नमो भगवते वासुदेवाय' का जाप करें। कहते हैं इस मंत्र से भाग्य की रेखाएं भी बदल जाती हैं और हर इच्छा पूर्ण होती है।
रात 12 बजे दक्षिणावर्ति शंख से बाल गोपाल का अभिषेक करके देवी लक्ष्मी की उपासना करना शुभ फल प्रदान करता है।
अपनी क्षमता अनुसार फल और अनाज का दान करें। घर में सदा बरकत बनी रहेगी।