जल्लीकट्टू: मरीना बीच से पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाना शुरू किया
तमिलनाडु में जल्लीकट्टू पर लगी रोक हटाने के लिए अध्यादेश लाने के बाद भी लोगों का प्रदर्शन जारी है। राजधानी चेन्नई में पुलिस जल्लीकट्टू समर्थकों को मरीना बीच से हटा रही है, लेकिन प्रदर्शन कर रहे लोग वहां से जाने के लिए तैयार नहीं है। पुलिस ने मरीना बीच जाने वाले रास्तों को बंद कर दिया है। प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए बीच पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। पुलिस को देख पहले तो प्रदर्शनकारी राष्ट्रगान गाने लगे लेकिन जब पुलिस ने उन्हें जबरन हटाने की शुरुआत की तो विरोध शुरू हो गया। कुछ प्रदर्शनकारियों ने तो यहां तक धमकी दी कि यदि उन्हें जबरन हटाया गया तो वो आत्महत्या कर लेंगे।
इससे पहले पुलिस के आला अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से बात करते हुए अपील की कि राज्य सरकार ने आपकी मांग मान ली है और अब प्रदर्शन खत्म करना होगा। वहीं प्रदर्शनकारियों का कहना था कि वो पुलिस पर भरोसा करते हैं लेकिन उन्हें अध्यादेश पर बात करने के लिए आधे दिन का समय चाहिए।
क्या है प्रदर्शनकारियों की मांग
जल्लीकट्टू से जुड़े अध्यादेश पर राज्यपाल विद्यासागर राव ने शनिवार को ही हस्ताक्षर कर दिए थे। जल्लीकट्टू को लेकर राज्य में जारी व्यापक विरोध प्रदर्शन के बाद सरकार ने एक अध्यादेश पारित कर सांडों को काबू करने से जुड़े इस पारंपरिक तमिल खेल की इजाजत दे दी थी, लेकिन ये प्रदर्शनकारी इस पर स्थायी समाधान की मांग को लेकर अब भी डटे थे। उनका कहना था कि ये अध्यादेश तो छह महीने बाद निरस्त हो जाएगा, इसलिए सरकार इस पर एक स्थाई कानून बनाए। आपको बता दें कि पशु कल्याण के लिए काम कर रहे कार्यकर्ताओं की एक अपील के बाद सुप्रीम कोर्ट ने साल 2014 में ही जल्लीकट्टू पर प्रतिबंध लगा दिया था।