झील में डुबकी लगाने से चीनी अधिकारियों ने रोका

कैलाश मानसरोवर यात्रा पर गए श्रद्धालुओं का आरोप 

नई दिल्ली । कैलास मानसरोवर यात्रा के लिए चीन ने भले ही नाथू ला मार्ग को खोल दिया हो, पर वह अब नई अड़चनें पैदा करने लगा है। कुछ श्रद्धालुओं ने आरोप लगाया है कि चीनी अधिकारी उन्हें पवित्र मानसरोवर झील में डुबकी नहीं लगाने दे रहे हैं। यह खबर ऐसे समय आई है, जब करीब 20 दिन पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने घोषणा की थी कि डोकलाम गतिरोध के बाद नाथू ला के रास्ते बंद की गई कैलाश मानसरोवर यात्रा चीन ने फिर से बहाल कर दी है। बता दें कि कैलाश मानसरोवर तिब्बत में है और वहां पहुंचने के लिए नेपाल से होकर जाना पड़ता है। भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से हर साल जून से सितंबर के बीच कैलाश मानसरोवर यात्रा का आयोजन किया जाता है। पिछले साल यात्रा के दौरान नाथू ला दर्रा बंद था जिससे तीर्थयात्रियों को काफी मुश्किलें हुई थीं। सुषमा स्वराज ने जानकारी दी है कि इस बार कुल एक हजार 580 तीर्थयात्री मानसरोवर की यात्रा करेंगे। बता दें कि यह यात्रा दो मार्गों से पूरी की जाती है। एक मार्ग है, उत्तराखंड का लिपुलेख दर्रा और दूसरा रूट है, सिक्किम का नाथू ला दर्रा।

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