डोकलाम ऑपरेशन की तैयारी में चीन : भारतीय सैनिकों को बंदी बनाने की धमकी
छोटे ऑपरेशन की तैयारी में चीन, डोकलाम में भारतीय सैनिकों को बंदी बनाने की धमकी ग्लोबल टाइम्स द्वारा यह तस्वीर जारी की गई है.
भारत और चीन के बीच डोकलाम पर जारी विवाद के बीच चीन की तरफ से एक और धमकी मिली है. चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक, चीनी सेना डोकलाम में भारतीय सेना के खिलाफ छोटा ऑपरेशन चला सकती है. अखबार के मुताबिक चीनी सेना भारतीय सैनिकों को या तो बंदी बना सकती है या फिर वहां से हटाने की साजिश रच रही है. इसमें यह भी लिखा है कि चीन सरकार इस ऑपरेशन से पहले भारत सरकार को जानकारी भी देगी.
अखबार में लिखा गया है कि चीनी सेना यह कार्रवाई अगले दो हफ्तों में कर सकती है. चीनी विशेषज्ञों के मुताबिक, अगर दोनों देशों के बीच सैन्य टकराव होता है तो कम से कम 5 सालों तक द्विपक्षीय संबंधों में सुधार नहीं हो पाएगा. बता दें कि उनका यह बयान तब आया है जब पिछले 24 घंटे में वहां के 6 मंत्रालय और संस्थानों ने बयान दिया है. गुरुवार से लेकर शुक्रवार तक चीन के विदेश मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय, भारत में चीन के दूतावास और पीपुल्स डेली ने भारत और चीन के बीच डोकलाम में गतिरोध पर बयान दिया. इस गतिरोध में 50 दिन से ज्यादा हो गया और अब भी विवाद जारी है.
चीन ने कहा है कि उसकी सीमा में घुसपैठ कर पहुंचे भारतीय जवान तत्काल प्रभाव से वापस जाएं. भारत सीमा पर वहां शांति बहाली और स्थिरता के लिए प्रयास करे. गुरुवार को चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता रेन ने बयान जारी करते हुए कहा है कि भारत को तत्काल प्रभाव से अपने 'घुसपैठ करने वाले सैनिकों' को वापस बुलाना चाहिए. चीन की सरकारी मीडिया ने रेन के बयान को कोट करते हुए कहा, भारत को अपने देरी की रणनीति का भ्रम छोड़ देना चाहिए और घुसपैठ करने वाले अपने सैनिकों अपनी सीमा में बुला लेना चाहिए. रेन ने आगे कहा, चीनी सेना ने सामान्य द्विपक्षीय संबंधों, क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को देखते हुए बहुत संयम बरता है. फिर भी, सद्भावना उनका सिद्धांत है और संयम में उनमें भरा हुआ है.
चीन के एक सैन्य विशेषज्ञ ने कहा है कि उनका देश डोकलाम से अपने सैनिकों को वापस नहीं हटाएगा, क्योंकि अगर वह ऐसा करता है तो भारत को भविष्य में उसके लिए समस्या खड़ी करने का प्रोत्साहन मिलेगा. नेशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी ऑफ द पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के इंटरनेशनल कॉलेज ऑफ डिफेंस में सहायक प्राध्यापक यू दोंगशियोम ने कहा कि अगर भारतीय रणनीतिकार और नीति निर्माता यह सोचते हैं कि चीन वापस लौट जाएगा, तो वह गलती कर रहे हैं.
यू ने कहा कि भारतीय सैनिकों को बिना शर्त तत्काल वापस हो जाना चाहिए. चीन की आधिकारिक समाचार एजेंसी सिन्हुआ में यू ने लिखा कि बीजिंग डोकलाम से सैनिकों को वापस नहीं बुलाएगा, क्योंकि यह क्षेत्र चीन से संबंधित है. ब्रिटेन और चीन के बीच 1890 की संधि इस बात का प्रमाण है.