त्रिपुरा में टीएमसी को झटका, 6 विधायक बीजेपी में शामिल
त्रिपुरा के छह तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) विधायक औपचारिक तौर पर भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे. एक रैली के बाद वह विधिवत तौर पर भाजपा में शामिल हो जाएंगे.
टीएमसी ने तब अपने इन छह विधायकों को पार्टी से निष्कासित कर दिया था, जब उन्होंने पार्टी व्हिप तोड़ते हुए जुलाई में राष्ट्रपति के चुनावों में एनडीए प्रत्याशी रामनाथ कोविंद को वोट दिया था.
मुख्य विपक्षी पार्टी बनी
अब इन छह विधायकों के भाजपा में आने से वो त्रिपुरा की मुख्य विपक्षी पार्टी बन गई है. त्रिपुरा में वामदलों की सरकार है. त्रिपुरा में महज सात महीने पहले ही विधानसभा चुनाव हुए थे, ये खबर भाजपा के लिए काफी महत्व रखती है, क्योंकि उसने माकपा शासित इस राज्य में कभी एक भी सीट नहीं जीती है.
उत्तर पूर्व राज्यों में उदय
हाल के दिनों में उत्तर पूर्वी राज्यों में भाजपा का अचानक उदय हुआ है. पार्टी ने असम और मणिपुर में विधानसभा के चुनाव जीते हैं. साथ ही अरुणाचल प्रदेश में भी सरकार चला रही है. भाजपा के उत्तर पूर्वी राज्यों के प्रभारी सुनील देवधर ने कहा, तृणमूल के ये छह विधायक शनिवार को दिल्ली में अमित शाह से मिले और अब सोमवार को वो औपचारिक तौर पर भाजपा में शामिल हो जाएंगे.
60 सदस्यीय सदन में माकपा के पास 50 सीटें
त्रिपुरा की 60 सदस्यीय विधानसभा में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की 50 सीटें हैं जबकि उसकी सहयोगी भाकपा के पास एक सीट. कांग्रेस वर्ष 2013 तक यहां मुख्य विपक्षी पार्टी रही लेकिन बाद में कांग्रेस के छह विधायक वर्ष 2016 में तृणमूल कांग्रेस में चले गए.