दशहरा मैदान पर आज से पद्मभूषण जैनाचार्य रत्नसुंदर म.सा. के प्रवचनों की अमृत वर्षा
इन्दौर । पद्मभूषण जैनाचार्य श्री रत्नसुंदर सूरीश्वर म.सा. की परिवर्तन प्रवचनमाला के लिए दशहरा मैदान स्थित पांडाल को दुल्हन की तरह सजाया गया है। जैनाचार्य एक कल्पवृक्ष के नीचे बैठकर रविवार 26 मई से रविवार 2 जून तक प्रतिदिन सुबह 8.45 से 10.15 बजे तक सभी धर्म और वर्ग के लोगों के लिए उपयोगी विषयों पर अपने प्रेरक संदेश देंगे। प्रवचनमाला का शुभारंभ रविवार को सुबह ठीक 7.30 बजे इंद्रलोक कालोनी, आरटीओ रोड स्थित सर्वधर्म मंदिर से भव्य शोभायात्रा के साथ होगा।
आयोजन समिति की ओर से राजेंद्र लोढ़ा, सुरेश डोसी एवं दिलीप सावलानी ने बताया कि दशहरा मैदान पर भव्य पांडाल का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। श्रोताओं के लिए यहां शीतल पेयजल, निःशुल्क चरण पादुका स्टैंड, वाहन पार्किंग, सुरक्षा, साफ-सफाई, रोशनी आदि के समुचित प्रबंध किए गए हैं। श्रोताओं की अधिक संख्या को देखते हुए पांडाल के विस्तार की गुजाईश छोड़ी गई है। रविवार को निकलने वाली शोभायात्रा में भी अनेक आकर्षण होंगे। इनमें अहमदाबाद से आए रंगकर्मी भी शामिल हैं जो शोभायात्रा के आगे-आगे रंगोली से मनोहारी कलाकृतियां बनाएंगे। यात्रा में 3 बैंड एवं ढोलक पार्टी भी स्वागत गीतों की तान छेड़ते हुए चलेगी। अनेक भजन एवं गरबा मंडलियां मंगल कलशधारी महिलाएं और युवक-युवतियां नाचते गाते हुए शामिल होंगे। प्रवचनमाला का लाभ उठाने के लिए गुजरात एवं मुंबई सहित देश के अनेक शहरों से बड़ी संख्या में भक्त आए हैं, वहीं गुजरात एवं राजस्थान से अनेक मुमुक्षु युवक-युवतियां भी आएं हैं जिनकी दीक्षा बहुत जल्द होने वाली है। इनके अलावा शहर के वैष्णव, हिंदू, बोहरा, सिख, मुस्लिम एवं अन्य संप्रदायों के बंधु भी प्रवचनमाला सुनने आएंगे। दशहरा मैदान के आसपास की कालोनियों में भी आयोजन समिति की ओर से घर-घर निमंत्रण दिए गए हैं। मार्ग में अनेक स्थानों पर स्वागत भी होगा।
समिति के सुजान चोपड़ा एवं प्रेमचंद कटारिया के अनुसार शोभायात्रा के दशहरा मैदान पहुंचने पर सुसज्जित मंच से जैनाचार्य पहले दिन रविवार को ठीक 8.45 बजे ‘रास्ता जो राम की ओर ले जाए‘ विषय पर अपने दिलचस्प और प्रासंगिक विचार रखेंगे। अगले दिन 27 मई को ‘मूल्यों की मार्केट वेल्यू‘ 28 को ‘आक्रोश के आतंक से आजादी‘, 29 को ‘प्यार ही है परिवार का आधार‘, 30 को ‘संस्कार संवारे जिंदगी‘, 31 को ‘हर उलझन एक समाधान‘, एक जून को ‘धन्यवाद मिटा देता हैं सारे विवाद‘ और 2 जून को ‘कथा कृष्ण के कौशल की‘ जैसे रोचक एवं घर घर के लिए उपयोगी विषयों पर अपने सहज सरल अंदाज और शब्दों में प्रवचन करेंगे।