दिल्ली विधानसभा का मानसून सत्र 8 अगस्त से, हंगामे के आसार

दिल्ली विधासनभा का मानसून सत्र आठ अगस्त से शुरू होने जा रहा है. चार दिनों का ये सत्र 11 अगस्त तक चलेगा. इस सत्र के दौरान केजरीवाल सरकार तीन बिलों को सदन में पेश करेगी जिसके लिए कैबिनेट की मंजूरी भी मिल चुकी है. कैबिनेट में बिलों की मंजूरी पर चर्चा के लिए लाने से पहले दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव ने इन बिलों को मानसून सत्र में लाने के बारे में चुनाव आयोग से पूछा था. जिस पर आयोग ने अपनी सहमति दे दी. आयोग से पूछने की जरूरत इसलिए पड़ी क्योंकि 23 अगस्त को बवाना विधानसभा के उपचुनाव हैं जिसकी वजह से दिल्ली में आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू है.

इस सत्र में केजरीवाल सरकार 3 बिल फिर से सदन में पेश करेगी. इससे पहले भी दिल्ली सरकार इन तीन बिलों समेत कुल 14 बिलों को विधानसभा में पास करवाकर केंद्र को भेजा था लेकिन केंद्र सरकार ने ज्यादातर आपत्तियों के साथ वापस लौटा दिया था.

इस सत्र के दौरान दिल्ली यूनिवर्सिटी से जुड़े नेताजी सुभाष इंस्टिट्यूट आफ टेक्नालजी को यूनिवर्सिटी में तब्दील करने का बिल पेश किया जायेगा. मिनिमम वेजेज को लेकर अमेंडमेंट बिल भी सदन में पेश जाएगा. यही नहीं दिल्ली अमेंडमेंट बिल तय वक्त पर सर्विस डिलिवरी को लोगों का अधिकार बनाने के लिए संशोधन बिल सदन में पेश किया जायेगा.

वैसे मानसून सत्र चार दिनों का है. लेकिन सूत्र यही बताते हैं कि इसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है।इससे पहले भी दिल्ली सरकार कई बार सदन को आगे बढ़ा चुकी है. आशंका ये भी जताई जा रही है कि ये सत्र हंगामेदार होगा. क्योंकि आम आदमी पार्टी दो विधायकों के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई हो चुकी है. कैंट से विधायक कमांडो सुरेंदर सिंह जेल तक जाना पड़ा जबकि दूसरे विधायक प्रकाश जारवाल के खिलाफ छेड़खानी के केस में एफआईआर दर्ज हो चुकी है.

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