दूसरे सुपर ओवर से तय करना था विजेता  : तेंडुलकर

मुम्बई । अब महान बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर ने कहा है कि विश्व कप फाइनल जैसे हालात आने पर पर ‘बाउंड्री’ की संख्या के आधार पर विजेता तय करने की जगह दूसरा सुपर ओवर होना चाहिये। लॉर्ड्स में रविवार को खेले गए फाइनल में इंग्लैंड को अधिक बाउंड्री लगाने के कारण विजेता घोषित किया गया क्योंकि न्यूजीलैंड के खिलाफ उसका मैच और सुपर ओवर दोनों टाई रहे थे। तेंडुलकर ने कहा, ‘मुझे लगता है कि दोनों टीमों की बाउंड्री पर विचार करने के बजाय एक अन्य सुपर ओवर से विजेता का फैसला होना चाहिए था। केवल विश्व कप फाइनल ही नहीं, प्रत्येक मैच महत्वपूर्ण है। जिस तरह से फुटबॉल में जब टीमें अतिरिक्त समय में जाती है तो निर्धारित समय का खेल कुछ मायने नहीं रखता।’ इंग्लैंड ने अपनी पारी में कुल 26 बाउंड्री लगाईं और न्यू जीलैंड ने 17। इसी आधार पर इंग्लैंड टीम को विजेता घोषित किया गया।
तेंडुलकर से पूछा गया कि नॉकआउट चरण में विश्व कप के प्रारूप में बदलाव की जरूरत है, उन्होंने कहा, ‘जो दो टीमें शीर्ष पर रहती हैं उनके लिए निश्चित तौर पर निरंतर अच्छा प्रदर्शन करने के लिए कुछ पैमाना होना चाहिए।’ 
वहीं ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज लेग स्पिनर शेन वॉर्न भी सचिन से सहमत हैं। वॉर्न का भी यही कहना है कि अगर सुपर ओवर में परिणाम नहीं निकलता तो एक और सुपर ओवर होना चाहिए और अगर तब भी परिणाम नहीं आता तो विजेता तय होने तक सुपर ओवर होते रहना चाहिए। इससे पहले भी गौतम गंभीर, स्कॉट स्टायरिश सहित कई दिग्गज क्रिकेटरों ने आईसीसी के इंग्लैंड को विजेता घोषित करने के तरीके की आलोचना की है। 

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