नड्डा की दिल्ली भाजपा नेताओं को नसीहत
नई दिल्ली । दिल्ली भाजपा की दो दिवसीय प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक के दूसरे दिन पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने नेताओं, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को संदेश दिया कि वे खुद से पहले पार्टी के बारे में सोचें। नड्डा ने एक उदाहरण देकर कहा, परिश्रम करने और मजदूरी करने में अंतर होता है। हम लोग, जो संगठन में काम करते हैं, केवल रस्म अदायगी न करें। हम अपना खुद का विश्लेषण करके देखेंगे कि संगठन में हमारा योगदान क्या है। हमने संगठन को आगे ले जाने और मजबूत बनाने के लिए क्या किया, संगठन में हम कितने उपयुक्त और काम के हैं? जिस दिन हम ईमानदारी से यह देखना शुरू कर देंगे, एक-एक आदमी सवा लाख के बराबर हो जाएगा। अध्यक्ष ने कहा, हम हमेशा इस बात के लिए चिंतित रहते हैं कि पार्टी में हम कहां खड़े हैं और हमारा क्या है? इसके बजाय हमें यह सोचना चाहिए कि पार्टी कहां है? जब पार्टी आगे बढ़ेगी, तो हम अपने आप आगे बढ़ जाएंगे। जब आप अपने बारे में छोड़कर पार्टी के बारे में सोचना शुरू करेंगे, तो पार्टी को और आगे ले जा सकेंगे और फिर सबको आगे बढऩे का मौका मिलेगा।
पार्टी सबके साथ खड़ी है
कार्यकारी अध्यक्ष ने साफ कहा कि पार्टी सबके लिए, सबके साथ खड़ी है। भाजपा में सबको सामूहिकता में बढऩे का मौका मिलता है और इस मामले में दिल्ली प्रदेश सरताज होना चाहिए, क्योंकि यह देश की राजधानी है। नड्डा ने एमसीडी और लोकसभा चुनाव में पार्टी के अच्छे प्रदर्शन के लिए दिल्ली के सभी नेताओं और पदाधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि आने वाले विधानसभा चुनाव में भी हमें इसी तरह पूरी मजबूती से चुनाव लड़कर जीत हासिल करनी है। नड्डा ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि इस सरकार ने दिल्ली की जनता को मजाक का पात्र बना दिया है। अब तो दिल्ली के लोग भी कह रहे हैं कि काठ की हांडी बार-बार नहीं चढऩी है। कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि आज इस कार्यकारिणी में संकल्प होना चाहिए कि देश की राजधानी में भाजपा को सर्वोच्च स्थान पर लेकर जाएंगे। यह तय करना चाहिए कि दिल्ली को एक अच्छे प्रशासन के साथ बीजेपी की मजबूत सरकार देंगे।