नागौर लोकसभा नतीजे: बीजेपी से गठबंधन का मिला फायदा, जीते हनुमान बेनीवाल

राजस्थान के नागौर जिले के बरण गांव से एक जाट परिवार का लड़का नब्बे के दशक में पढ़ने-लिखने राजधानी जयपुर पहुंचता है. गांव से राजधानी तक के सफर में पढ़ाई की पहली सीढ़ी पार करने के साथ ही इस युवा के कदम राजनीति की ओर बढ़ने लगते हैं. 1995 में राजस्थान कॉलेज में प्रेसीडेंट पद पर मिली जीत के बाद उसने फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा. हम बात कर रहे हैं खींवसर से विधायक और नागौर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हनुमान बेनीवाल की. बेनीवाल राजस्थान कॉलेज में छात्रसंघ अध्यक्ष पर जीत के बाद 1996 में यूनिवर्सिटी लॉ कॉलेज और फिर 1997-98 में राजस्थान यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ अध्यक्ष का चुनाव निर्दलीय लड़ा और जीता. इस दौरान बेनीवाल में धरना-प्रदर्शन किया, यहां तक की जेल भी गए लेकिन अंतत: ग्रामीण छात्रों के एडमिशन के लिए 5% बोनस अंक की मांग मनवाने में सफल रहे.

छात्र जीवन से राजनीति की शुरुआत

छात्र राजनीति से शुरू हुए राजनीतिक सफर में हनुमान बेनीवाल अब तक 3 बार विधायक बन चुके हैं. इस बार नागौर लोकसभा सीट से फिर जीत लिया है. उन्हें कुल 660051 वोट मिला. जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस उम्मीदवार ज्योति मिर्धा को 478791 वोट मिले.  हनुमान बेनीवाल की पार्टी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी(RLTP) से बीजेपी ने गठबंधन कर लिया था. इसी के साथ बेनीवाल ने लोकसभा चुनाव में भी BJP को समर्थन देने के साथ एक दर्जन से अधिक सीटों पर बीजेपी प्रत्याशियों का प्रचार भी किया है.
बीजेपी से गठबंधन से पहले बेनीवाल ने कहा था कि वे सभी 25 सीटों पर चुनाव लड़ने को तैयार हैं. यह भी कहा था कि 'राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी कांग्रेस और बीजेपी को छोड़कर अन्य दलों के साथ गठबंधन कर चुनाव मैदान में उतरेगी. इसके लिए भारतीय ट्राइबल पार्टी (BTP), बहुजन समाज पार्टी (BSP) और माकपा CPI(M) से गठबंधन को लेकर बातचीत चल रही है'. लेकिन ऐसा नहीं हुआ और बीजेपी के साथ बेनीवाल ने हाथ मिला लिया.
राजस्थान में RLTP का गणित?

राजस्थान विधानसभा 2018 में आरएलटीपी ने कुल तीन सीटें हासिल की हैं. बेनीवाल ने 20 सीटें जीतने का दावा किया था, हालांकि 54 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा लेकिन केवल 20 दिन में आठ लाख से भी ज्यादा वोट हासिल करने वाली बेनीवाल की पार्टी ने बीजेपी और कांग्रेस दोनों के वोट बैंक को जबरदस्त तरीके से तोड़ने का काम किया. विधानसभा चुनाव के बाद अब लोकसभा चुनाव में भी बेनीवाल दोनों प्रमुख पार्टियों को नुकसान पहुंचा सकते हैं.

स्थापना-29 अक्टूबर 2018

संस्थापक- हनुमान बेनीवाल

पहला चुनाव- राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018

विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार- 57 सीटों पर उतारे

जीत- तीन सीटों पर जीत

कहां मिली जीत-खींवसर, मेड़ता, भोपालगढ़ विधानसभा क्षेत्र

कौन हैं हनुमान बेनीवाल?

विधायक-खींवसर, नागौर

पिता-रामदेव चौधरी

जन्म-2/3/1972

जन्म स्थान-नागौर

विवाह-09/12/2009

पत्नी-कनिका

संतान- एक बेटी

शिक्षा- बीए, एलएलबी, Dip. in Co.

व्यवसाय- कृषि
 

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