पति ने पत्नी को चलती ट्रेन से दिया धक्का, RPF के जवान ने बचाई जान
सुनीता रोकड़े ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि, अब्दुल मेरा दूसरा पति है और हम तीन साल से साथ रहते हैं। पिछले छह महीने से वो मुझ पर शक कर रहा था कि मेरा किसी अन्य व्यक्ति के साथ अफेयर है, लेकिन ये सच नहीं है।
वो मेरा पीछा करते हुए लोकल ट्रेन के डिब्बे में चढ़ गया
उस दिन भी वो मुझसे उन्हीं बातों पर झगड़ा करने लगा और अचानक ही उसने चलती ट्रेन से मुझे धक्का दे दिया। आरपीएफ के कांस्टेबल आरपीएफ गुर्जर ने मिड डे अखबार को बताया " मैं शाम 4:32 मिनट पर घंसोली स्टेशन पर ड्यूटी कर रहा था।
तभी अचानक मुझे वायरलेस पर मैसेज मिला कि चलती ट्रेन से एक महिला गिर गई है और जल्द से जल्द घटना स्थल पर पहुंचो।
महिला बुरी तरह जख्मी पड़ी हुई थी
जैसे ही मैं घटनास्थल पर पहुंचा तो देखा कि एक महिला बुरी तरह जख्मी पड़ी हुई थी, उसके सिर से खून निकल रहा था। जिसके बाद मैं तत्काल ही (4:40) लोगों की मदद से थाणे की ट्रेन से उसे रेबल स्टेशन ले गया।
वहां से उसे हम ऑटो के जरिए वाशी एनएमएमसी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर्स ने महिला का इलाज शुरू किया। डॉक्टर्स के मुताबिक सुनीता को सही समय पर अस्पताल लाया गया। उसकी हालत बेहद खराब थी, उसके सिर और होटों से खून बह रहा था। डॉक्टर्स ने राधेश्याम से कहा कि अगर तुम और देर करते तो महिला की मौत हो सकती थी।
राधेश्याम ने अखबार को बताया कि डॉक्टर्स ने उसके सिर में 18 टांके लगाए। 4 से पांच घंटे तक वो अचेत अवस्था में रही थी। पति ने भागने की कोशिश की, लेकिन बाद में उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पति के खिलाफ धारा 307 (हत्या के प्रयास) के तहत मामला दर्ज किया गया है।