पाकिस्तान से कश्मीर में वाया पंजाब बार्डर जा रहे हथियार
आईएसआई के हाथों में खेल रहे आतंकवादी संगठन खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स अब जैश-ए-मोहम्मद के साथ इसलिए गठजोड़ कर रहा है ताकि कश्मीर में हथियार पहुंचाने के लिए पंजाब बार्डर का इस्तेमाल किया जा सके। यही वजह है कि पंजाब में हथियारों की खेप पकड़ी जा रही है, जबकि इनके साथ बरामद ड्रग पंजाब के तस्करों के लिए भेजी जा रही है।
खुफिया एजेंसियों ने अब नए सिरे से होमवर्क करना शुरू कर दिया है कि अभी तक एजेंसियों को यही सूचना थी कि हरमीत पीएचडी ही सक्रिय है। दरअसल, राजासांसी में एक जून को तड़के 4.50 बजे पुलिस ने नाके पर बाइक सवारों से जो दो हैंडग्रेनेड बरामद किए थे, उन्हें पाकिस्तान में बैठे आतंकी हरमीत सिंह पीएचडी ने तरनतारन के गांव एकलगड्डा के ड्रग स्मगलर जजबीर सिंह के जरिये भारत पहुंचाया था।
पीएचडी ने यह दोनों हैंडग्रेनेड हेरोइन की कन्साइनमेंट के साथ भिजवाए थे जिन्हें जजबीर सिंह ने रिसीव किया। सरहद पार से हैंडग्रेनेड भारत पहुंच जाने के बाद मलेशिया में बैठे कुलविंदर सिंह खानपुरिया ने जजबीर सिंह को हथियार कुछ दिन अपने पास औैर फिर बॉर्डर के पास की एक लोकेशन पर रखने के लिए कहा। एक जून की तड़के खानपुरिया के दो साथी जब बॉर्डर के पास रखे गए हैंडग्रेनेड को निकालकर दूसरी जगह रखने जा रहे थे तो रास्ते में हैंडग्रेनेड वाला बैग राजासांसी के पास पुलिस नाके पर गिर गया था।
पंजाब और देश की खुफिया एजेंसियां पाकिस्तान में बैठे हरमीत पीएचडी का नेटवर्क ध्वस्त कर रही थी कि अचानक अब रंजीत सिंह नीटा की सक्रियता दिखाई देने लगी हैं। आईबी की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, नीटा व पीएचडी को जैश के आतंकी सिर्फ पंजाब बार्डर के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं ताकि यहां से एके 47 व अन्य हथियार कश्मीर में भिजवाए जा सकें। कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने के बाद भारतीय सेना ने चौकसी बढ़ा रखी है, जिस कारण हथियार पहुंचने मुश्किल हैं।
आईबी सूत्रों के अनुसार जैश के आतंकवादियों के सामने जेएंडके में हथियार पहुंचाना एक चुनौती बना हुआ था, ऐसे में उनको पंजाब बार्डर ही आसान रास्ता दिखाई दिया। पंजाब बार्डर से पहले भी आतंकवादी घुसपैठ कर चुके हैं। 2015 में गुरदासपुर में थाने में पाक आतंकवादियों ने कब्जा कर लिया था। 2016 में आतंकवादियों ने पठानकोट एयरबेस पर अटैक कर दिया।
दोनों बार बमियाल सेक्टर का इस्तेमाल किया गया था। पंजाब में तेज बारिश व बार्डर इलाके में अधिक पानी का भराव भी जैश आतंकियों के लिए मददगार बना है। चूंकि नीटा व पीएचडी का पंजाब में काफी नेटवर्क है, ऐसे में जैश ने नीटा व पीएचडी के नेटवर्क को इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। पिछले दिनों लखनपुर में पकड़ी गई चार एके 47 भी पंजाब बार्डर से ही क्रास करवाई गई थी, जिनको आगे जेएंडके भेजा जा रहा था।