पिता के शव को भी न देख सकी, बस फोटो से ही लिपट फूट-फूटकर रोई
इंदौर. कोरोना (Corona) के संक्रमण ने एक और पुलिस अधिकारी की जान ले ली. उज्जैन के टीआई यशवंत पाल की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो गई. मंगलवार को उनका अंतिम संस्कार इंदौर के ही रामबाग मुक्तिधाम में किया गया. इस दौरान उनके परिजन भी मौजूद थे. अंतिम संस्कार के दौरान उनके शव के पास किसी को भी नहीं जाने दिया गया. अंतिम दर्शन करने की इच्छा रखे उनकी बेटी पाल के फोटो से ही लिपट कर फूट फूट कर रोई. उसको रोता देख वहां मौजूद अन्य लोगों की भी आंखे नम हो गईं. इस दौरान यशवंत की पत्नी और उनकी दोनों बेटियों के साथ ही पुलिस महकमे के आला अधिकारी भी मौजूद थे.
अंतिम दर्शन की जिद पर अड़े परिजन
नई दुनिया की एक रिपोर्ट के अनुसार पाल का शव जैसे ही मुक्तिधाम पहुंचा उनके परिजन अंतिम दर्शनों की जिद करने लगे. लेकिन बाद में अधिकारियों ने उन्हें किसी तरह से संभाला. परिजन ने उनकी तस्वीर पर ही फूल चढ़ा कर श्रद्धांजलि दी. इस दौरान पाल की बड़ी बेटी खुद को न रोक सकी और पिता की फोटो से लिपटकर फूट-फूटकर रोई.
नहीं आई परिवार की रिपोर्ट
यशवंत पाल के कोरोना संक्रमित होने का पता चलने के बाद उनके परिवार के भी सैंपल लिए गए थे. इसके बाद उनकी पत्नी और दोनों बेटियों को उज्जैन के ही एक होटल में क्वारेंटाइन किया गया था. लेकिन अभी तक किसी की भी रिपोर्ट नहीं आई है. अब पुलिस अधिकारी स्वास्थ्य विभाग से इस संबंध में जानकारी ले रही हैं.
पत्नी हैं तहसीलदार
पाल की पत्नी मीना पाल धार में नजूल तहसीलदार के पद पर तैनात हैं. हालांकि वे कुछ दिनों से अवकाश पर हैं. इसके पहले वे सरदारपुर में तहसीलदार थीं. वहां से उनका तबादला धार हुआ था. पाल की दो बेटियां फाल्गुनी और ईशा पढ़ाई कर रही हैं. पाल उज्जैन के नीलगंगा थाने के प्रभारी थे. उनकी मौता समाचार मिलने के बाद थाने में भी उन्हें श्रद्धांजलि दी गई.
 
