फ्री बिजली कनेक्शन के साथ गरीबों को मिलेगा LED बल्ब, बैट्री और पंखा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के हर घर में बिजली पहुंचाने के लिए नई योजना का ऐलान किया. इसके तहत सरकार गरीबों को मुफ्त में बिजली कनेक्शन देगी.

इस योजना को 2019 के चुनावों से पहले पूरा किया जाएगा. सोमवार शाम को बीजेपी कार्यकारिणी की बैठक के बाद पीएम मोदी ने इस योजना का उद्घाटन किया. इस नई योजना का नाम 'सौभाग्य योजना' है. पीएम मोदी ने उम्मीद जताते हुए कहा कि सौभाग्य योजना से समाज के बीच बड़ा असंतुलन खत्म होगा.

सौभाग्य के लिए खर्च होंगे 16 हजार करोड़ रुपए
पीएम मोदी ने कहा कि इस योजना में 16320 करोड़ रुपये का खर्च आएगा. शहर और गांवों के गरीबों को 'सौभाग्य योजना' का फायदा मिलेगा. उन्होंने कहा कि गरीब का सपना मेरी सरकार का सपना है. पिछले वर्ष आज के ही दिन हमने गरीब कल्याण वर्ष शुरू किया था. उन्होंने कहा कि किसने सोचा था क्या कि कभी ऐसी सरकार आएगी, जो 30 करोड़ गरीबों के लिए बैंक खाते खुलवाएगी.

'मैंने भी की है लालटेन में पढ़ाई'
उन्होंने कहा कि मैंने भी लालटेन में पढ़ाई की है. आज भी चार करोड़ घरों में बच्चे लालटेन की रोशनी में पढ़ रहे हैं. हमारा लक्ष्य चार करोड़ घरों में बिजली पहुंचाने का है. सौभाग्य के तहत सरकार खुद बिजली कनेक्शन देने गरीब के घर जाएगी. उन्होंने कहा कि सरकार का 31 मार्च, 2019 तक हर घर बिजली पहुंचाने का लक्ष्य है. पीएम ने कहा कि नई दिशा के लिए पुरानी परंपरा को छोड़ना पड़ता है. पुराने ढर्रे, पुरानी परंपराओं से काम नहीं होगा.

एलईडी लाइट, एक पंखा और एक बैट्री भी मिलेगा
पीएम मोदी ने कहा कि इस योजना से देश के तीन करोड़ गरीब लोगों को फायदा मिलेगा. योजना के तहत फ्री बिजली कनेक्शन के साथ पांच एलईडी लाइट, एक पंखा और एक बैट्री भी दी जाएगी. पीएम ने कहा कि सरकार की हर योजना में गरीब का कल्याण दिखाई देगा. न्यू इंडिया के हर घर में बिजली की सुविधा होगी.

ग्रामीण इलाकों में खर्च होंगे 14 हजार करोड़
ग्रामीण इलाकों में इस योजना पर 14025 करोड़ खर्च होंगे. वहीं, शहरी आवास में 1732 करोड़ रुपए खर्च होंगे. इससे शहर और गांव के गरीब लोगों को फायदा होगा. योजना के तहत सरकार पांच साल तक बिलजी की मरम्मत का खर्च उठाएगी.

शक्ति नाम से बनी कोयला आबंटन नीति
पीएम ने कहा कि अब बिजली संकट नहीं बल्कि बिजली सरप्लस है. उन्होंने कहा कि अब बिजली घरों से कोयला न होने की खबरें नहीं आतीं. सरकार ने शक्ति नाम से नई कोयला आबंटन नीति बनाई और कोयले की नीलामी में पूरी पारदर्शिता बरती. पिछले तीन सालों में कोयला उत्पादन, इससे पहले के पांच सालों में कोयला उत्पादन का डेढ़ गुना हुआ.

सरकार ने उदय योजना के तहत बिजली वितरण व्यवस्था को बेहतर बनाया. उन्होंने कहा कि सरकार का जोर सुलभ, स्वच्छ और सुरक्षित बिजली देने पर है. पीएम मोदी ने कहा कि उजाला योजना के तहत अब तक देश में 26 करोड़ से ज्यादा एलईडी बल्ब बांटे जा चुके हैं. सरकार ने राज्यों को बिजली वितरण के लिए 22 हजार करोड़ रुपये दिए.

सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस बात की जानकारी भी दी. इस योजना का पूरा नाम 'सहज बिजली हर घर योजना है'. इस योजना के तहत सरकार देश में 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराएगी.

इन राज्यों के गरीबों को मिलेगी मदद
जानकारी के मुताबिक नई योजना के तहत साल के अंत तक सभी गांवों का बिजलीकरण कर दिया जाएगा. प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना (सौभाग्य) के तहत बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, ओडिशा, झारखंड, जम्मू एवं कश्मीर, पूर्वोत्तर राज्य और राजस्थान के हर घर में बिजली पहुंचाई जाएगी.

क्या है 'सौभाग्य योजना'
> गरीब तबके के लोगों के लिए बिजली कनेक्शन मुफ्त में दिया जाएगा. इसके लिए लाभार्थियों का पहचान सामाजिक आर्थिक और 2011 की जाति जनगणना के आकड़ों के मुताबिक की जाएगी.

> इस योजना के तहत बिजली कनेक्शन के साथ हर घर को पांच एलईडी लाइट, एक पंखा और एक बैटरी दी जाएगी.

> 'सौभाग्य योजना के तहत' तहत ट्रांसफॉर्मर्स, मीटर्स और तारों के लिए भी सब्सिडी मिलेगी.

> केंद्र ने राज्य सरकारों से बिजलीकरण के प्रॉजेक्ट्स तैयार करने को कहा है जिनके लिए केंद्र सहमति देने के बाद फंड जारी कर देगी.

> अधिकतर उपभोक्ता प्रीपेड बिजली कनेक्शन पर शिफ्ट होंगे जिससे बिजली कंपनियों को हुए घाटे की भरपाई हो जाएगी.

> इसके अलावा बिजली की मांग को पूरा करने के लिए सरकार एनटीपीसी की क्षमता को बढ़ाने पर जोर दे रही है.

> राज्य सरकारों की बिजली मांग को पूरा करने के लिए सरकार पावर पर्चेज अग्रीमेंट्स को बढ़ावा देने पर विचार कर रही है.

कानूनों को और कड़ा करने की योजना
> सरकार सभी गावों तक बिजली पहुंचाने के लिए तेजी से काम कर रही है और सभी को 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने के लिए 2019 का टार्गेट बना चुकी है.

> इसके अलावा सरकार बिजली खरीदने से जुड़े कानूनों को और कड़ा करने जा रही है.

> इस साल के अंत तक 20 हजार मेगावॉट बिजली ऊर्जा से और 20 हजार मेगावॉट बिजली सौर ऊर्जा से बनाने का टार्गेट दिया है.

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