बदायूं: 9 साल में 80 हजार के लोन पर ब्याज बढ़कर हुआ ढाई लाख, कर्ज में डूबे किसान ने दी जान

बदायूं. जिले में अभी एक बिजली बकायेदार की मौत का मामला ठंडा भी नही हुआ था कि अब कर्ज के बोझ तले दबे एक किसान (Farmer) ने पेड़ से लटककर आत्महत्या (Suicide) कर ली. दरअसल, किसान ने 2010 में 80 हजार कर्जा लिया था, जिस पर ब्याज बढ़कर 2.50 लाख से ज्यादा हो चुका था. बैंक और तहसील कर्मचारी लगातार वसूली के लिए तगादा कर रहे थे, जिससे तंग आकर किसान ने मौत को गले लगा लिया.
परिवार अब सरकार से लगा रहा है न्याय की गुहार 
जिले के बिल्सी थाना क्षेत्र सदरपुर गांव में किसान हेम सिंह (52) ने अपने ही खेत में लगे पेड़ से लटक कर जान दे दी. हेम सिंह ने 2010 में भूमि विकास बैंक से 80 हजार रुपए मुर्गी पालन के लिए कर्ज लिया था. जिसे वह चुका नहीं पा रहा था. उसके द्वारा लिए गए कर्ज पर ब्याज बढ़कर 2.5 लाख रुपए से ज्यादा हो गया था और उसकी आरसी भी कट गई थी. इसी के चलते बैंक कर्मचारी हेम सिंह पर दबाव बना रहे थे. इसी से परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली.
सरकार से लगाई मदद की गुहार
मृतक किसान हेम सिंह के बेटे मुनेश का कहना है कि बैंक कर्मचारियों ने 10 अक्टूबर तक बकाया जमा करने की बात कही थी. कुछ दिन पहले बैंक कर्मचारियों ने मृतक किसान के ट्रैक्टर को भी खींचने की कोशिश की थी. लेकिन किसान और उनके परिजनों सहित गांववालों की गुहार पर बैंक कर्मियों ने 10 अक्टूबर तक समय दिया था. आरसी काटने के बाद तहसील से वसूली के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा था. इस दबाव के चलते पिता हेम सिंह ने आत्महत्या कर ली. अब परिजनों का कहना है कि सरकार उनकी मदद करे.
गांव प्रधान के पति इरशाद अली का कहना है कि हेम सिंह की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी. जिस कारण कर्ज न चुका पाने की वजह से ही आत्महत्या की. बैंक और तहसील के कर्मचारी उसे काफी परेशान कर रहे थे. जिसकी वजह से तंग आकर उसे आत्महत्या का कदम उठाना पड़ा.
 

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