बहनों को राखी बांधने के लिए मिलेंगे सिर्फ 2 घंटे 47 मिनट

रक्षाबंधन पर इस बार भद्रा और खंडग्रास चंद्र ग्रहण का साया रहेगा। इसके चलते दिनभर में बहनों को भाई की कलाई पर राखी बांधने के लिए 2 घंटे 47 मिनट का समय मिलेगा। ज्योतिर्विदों के मुताबिक ग्रहण के सूतक और भद्रा में राखी बांधने की अनुमति शास्त्र नहीं देते हैं।

रक्षाबंधन पर्व श्रावण पूर्णिमा पर 7 अगस्त (सोमवार) को मनाया जाएगा। पूर्णिमा तिथि 6 अगस्त को रात 10.29 से 7 अगस्त को 11.40 बजे तक रहेगी। भद्रा 6 अगस्त को रात 10.28 से 7 अगस्त को सुबह 11.04 बजे तक रहेगी, जबकि 7 अगस्त को खंडग्रास चंद्र ग्रहण रात 10.55 से 12.49 बजे तक रहेगा। इसका सूतक काल दिन में दोपहर 1.52 बजे से लगेगा।

ज्योतिर्विद् आचार्य आशीष ममगाई के अनुसार इस चंद्र ग्रहण को चूड़ामणि चंद्र ग्रहण भी कहा जाता है। इस बार राखी बांधने के लिए कुछ घंटे ही मिलेंगे। चंद्र ग्रहण मिथुन, तुला, वृश्चिक और मीन राशि के जातकों के लिए फायदेमंद है। ज्योतिर्विद् आचार्य आशीष ममगाई के अनुसार शास्त्रों में भद्रा को भगवान सूर्य की पुत्री और शनि की बहन बताया गया है। इनके कड़क स्वभाव के कारण ब्रह्मदेव ने इन्हें काल गणना में विशेष स्थान दिया है। मांगलिक कार्य में भद्रा का विशेष ध्यान रखा जाता है। भद्रा काल में राखी बांधना भी निषेध माना गया है।

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