बांग्लादेश में बाढ़ से 27 लोगों की मौत, 6 लाख लोग फंसे
लगातार हो रही बारिश की वजह से आई बाढ़ के चलते बांग्लादेश में कम से कम 27 लोगों की मौत हो गई और लगभग दो दर्जन जिलों में करीब छह लाख लोग फंसे हुए हैं. अधिकारियों ने सोमवार को ये जानकारी दी.
मॉनसून की बारिश के चलते ऊपरी इलाकों से लगातार जल का प्रवाह होने से बांग्लादेश के कम से कम 20 जिलों में बाढ़ का पानी घुस गया है. अब बाढ़ देश के अन्य इलाकों में फैल रही है. ढाका में आपदा प्रबंधन मंत्रालय के प्रवक्ता ने बाढ़ की वजह से 27 लोगों के मरने की पुष्टि की.
बाढ़ से करीब 586,000 लोग प्रभावित हुए हैं, उनमें से 368,586 लोग अस्थाई शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर हुए हैं. जून से देश में दूसरी बार बाढ़ आई है. आपदा प्रबंधन मंत्री मोफज्जल हुसैन चौधरी ने कहा कि बाढ़ की भयावह स्थिति से निपटने के लिए सरकार तैयारी कर रही है. हम स्थिति का सावधानीपूर्वक निगरानी कर रहे हैं.
बाढ़ पूर्वानुमान एवं चेतावनी केंद्र ने कहा है कि जल स्तर बढ़ता रहेगा क्योंकि भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. आपदा प्रबंधन विभाग के महानिदेशक रियाज अहमद ने कहा, 'हम पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए सभी एहतियाती कदम उठा रहे हैं.' कुरीग्राम में करीब 60,000 परिवार और नीलफमरी में करीब 400 परिवार बाढ़ में फंसे हुए हैं. रेलवे अधिकारियों ने बताया कि पिछले दो दिन में क्षेत्र के अंदरूनी इलाकों के कई मार्गों पर ट्रेन सेवा को रोका गया है क्योंकि पानी से रेल की पटरियों के नीचे की मिट्टी और पत्थर बह गए हैं.
जिले में प्रमुख ब्रह्मपुत्र और इसकी सहायक नदियों में पानी के प्रवाह तथा मानसून की भारी बारिश की वजह से रेल की पटरियां पानी में डूब गईं हैं जिस वजह से अधिकारियों को दिनाजपुर जिले में ट्रेन सेवा को रोकना पड़ा. एफएफडब्ल्यू अधिकारियों ने कहा कि ब्रह्मपुत्र नदी में जलस्तर ने पिछले 100 वर्ष का तोड़ दिया है. बांग्लादेश में सर्वाधिक भयावह बाढ़ साल 1998 में आई थी, जब यहां का करीब 68 फीसदी क्षेत्र जलमग्न हो गए थे.