बड़ा फुहारा के जगन्नाथ मंदिर में 12 दिन बंद रहेंगे पट, काढ़ा का लगेगा भोग

जबलपुर। ओडीशा के जगन्नाथपुरी की तर्ज पर बड़ा फुहारा के जगन्नाथ मंदिर में ज्येष्ठ पूर्णिमा पर गुरुवार को तीर्थों के जल से भगवान का जलाभिषेक किया जाएगा। इसके इसके दूसरे दिन से मंदिर के पट 12 दिन के लिए बंद हो जाएंगे। इस दौरान भगवान की सेवा होगी और उन्हें काढ़ा का भोग लगाया जाएगा।


जगन्नाथ मंदिर के पुजारी दिवाकर त्रिपाठी ने बताया कि पुरी की परंपरा के अनुसार जगन्नाथ मंदिर बड़ा फुहारा में ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन मंत्रोच्चार के साथ विशेष पूजन किया जाएगा। इसके बाद भगवान का गंगा, यमुना, सरस्वती, नर्मदा, सरयू, कावेरी, गोदावरी आदि पवित्र नदियों व समुद्र के जल से जलाभिषेक किया किया जाएगा। ज्यादा स्नान करने से भगवान बीमार हो जाते हैं।


इसके दूसरे दिन प्रतिपदा से भगवान के पट भक्तों के लिए बंद हो जाएंगे और भगवान की (काष्ठ की प्रतिमाओं की) सेवा की जाती है। पहले पांच दिन भगवान को मरीजों की भांति काढ़ा का भोग लगाया जाता है। इसके बाद साबुदाना की खिचड़ी, फल का भोग लगाया जाएगा। अमावस्या तक भगवान पूर्ण स्वस्थ्य होकर भक्तों को दर्शन देंगे। स्वस्थ्य होने के दो दिन बाद यानि 14 जुलाई को भगवान की रथयात्रा निकाली जाएगी।


पंचामृत से कराएं स्नान


आचार्य वासुदेव शास्त्री ने बताया कि पुरुषोत्तम मास के बाद ज्येष्ठ पूर्णिमा का विशेष महत्व है। इसमें भगवान विष्णु की उपासना करने से सुख-शांति मिलती है। भगवान का पंचामृत से स्नान कराकर पूजन करना चाहिए। इस दिन स्नान-दान एवं दीपदान का भी महत्व है।


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