भारत के इस हिस्से में 2 घंटे में भूकंप के 9 झटके, थर्राए लोग

नई दिल्ली: अंडमान निकोबार द्वीप समूह में सोमवार सुबह दो घंटे के भीतर मध्यम दर्जे की तीव्रता वाले भूकंप के नौ झटके महसूस किए गए. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केन्द्र ने यह जानकारी दी. भूकंप का पहला झटका सुबह 5.14 बजे आया जिसकी तीव्रता 4.9 थी इसके कुछ ही मिनटों के भीतर पांच तीव्रता वाले अन्य झटके महसूस किए गए.

भूकंप का अंतिम झटका सुबह 6.54 बजे महसूस किया गया जिसकी तीव्रता 5.2 बताई गई है. गौरलतब है कि अंडमान निकोबार द्वीप समूह भूकंप की दृष्टि से बेहद संवेदनशील क्षेत्र है.
 

भूकंप के दौरान इन चीजों को करने से बचे
– भूकंप के दौरान आपको लिफ्ट का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
– बाहर जाने के लिए लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों का इस्तेमाल करें.
– कहीं फंस गए हों तो दौड़ें नहीं. इससे भूकंप का ज्यादा असर होगा.
-अगर आप गाड़ी या कोई भी वाहन चला रहे हो तो उसे फौरन रोक दें.
– वाहन चला रहे हैं तो बिल्डिंग, होर्डिंग्स, खंभों, फ्लाईओवर, पुल से दूर सड़क के किनारे गाड़ी रोक लें.
-भूकंप आने पर तुरंत सुरक्षित और खुले मैदान में जाएं. बड़ी इमारतों, पेड़ों, बिजली के खंभों से दूर रहें.
– भूकंप आने पर खिड़की, अलमारी, पंखे, ऊपर रखे भारी सामान से दूर हट जाएं ताकि इनके गिरने से चोट न लगे.

भूकंप के दौरान क्या करें
– टेबल, बेड, डेस्क जैसे मजबूत फर्नीचर के नीचे छिप जाएं.
– किसी मजबूत दीवार, खंभे से सटकर सिर, हाथ आदि को किसी मजबूत चीज से ढककर बैठ जाएं.
-किसी मजबूत दीवार, खंभे से सटकर सिर, हाथ आदि को किसी मजबूत चीज से ढ़ककर बैठ जाएं.

बता दें कि रिक्‍टर स्‍केल पर जितना ज्‍यादा भूकंप मापा जाता है, जमीन में उतना ही अधिक कंपन होती है. मसलन, रिक्टर पैमाने पर 7.9 तीव्रता का भूकंप आने पर इमारतें तक गिर जाती हैं. वहीं, 2.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर हल्का कंपन होता है. दरअसल, रिक्टर पैमाना भूकंप की तरंगों की तीव्रता मापने का एक गणितीय पैमाना है. किसी भूकंप के समय भूमि के कंपन के अधिकतम आयाम और किसी आर्बिट्रेरी छोटे आयाम के अनुपात के साधारण गणित को 'रिक्टर पैमाना' कहते हैं.

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