मध्य प्रदेश में ऐसे इस्तेमाल किया जाएगा निर्भया फंड, महिलाओं को होगा ये बड़ा फायदा
भोपाल. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal) के पर्यटन स्थल मनुआभान की टेकरी (Manuabhan ki tekri) पर नाबालिग से रेप के मामले के बाद सरकार ने ऐसी जगहों को 'महिलाओं के लिये सुरक्षित पर्यटन-स्थल' के रूप में विकसित करने की योजना तैयार की है. इसके लिए सरकार ने दिल्ली में हुई निर्भया एम्पावर्ड कमेटी की बैठक में प्रस्ताव रखा. नई दिल्ली में हुई एम्पावर्ड कमेटी की बैठक में पर्यटन सचिव फैज अहमद किदवई ने परियोजना संचालन के लिये केन्द्र सरकार के महिला एवं बाल विकास से वित्तीय और तकनीकी सहयोग के लिये प्रेजेंटेशन दिया, जिसके बाद इसे मंजूरी मिल गई है.
ऐसी होगी परियोजना
सरकार के तैयार प्लान के तहत महिलाओं के लिये सुरक्षित पर्यटन-स्थल परियोजना की लागत 27 करोड़ 98 लाख रूपये आएगी, जिसका प्रस्ताव राज्य सरकार ने केंद्र को दिया है. ये योजना अगले 3 सालों के लिए होगी और सरकार इसे चरणबद्ध तरीके से 50 पर्यटन-स्थलों को 20 क्लस्टरों में विभाजित कर लागू करेगी.
सुरक्षा के लिए ज्यादा से ज्यादा महिलाओं की नियुक्ति
योजना के तहत पर्यटन स्थलों पर ट्रेनिंग, महिलाओं की सुरक्षा के प्रति जागरूकता, आत्मरक्षा प्रशिक्षण, पर्यटन-स्थलों पर सुरक्षा की दृष्टि से सभी उपाय करने के साथ ही पर्यटन-स्थलों पर ज्यादा से ज्यादा महिलाओं की नियुक्ति की जाएगी. इसमें महिला पर्यटकों को तमाम जरुरी जानकारियां मुहैया कराई जाएंगी.
बहरहाल प्रदेश के पर्यटन स्थलों को महिला पर्यटकों के लिए सुरक्षित बनाने के मकसद से सरकार ने इस परियोजना को तैयार किया है. राज्य सरकार पर अब तक इस बात को लेकर आरोप लगते थे कि निर्भया फंड का इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है लेकिन अब सरकार ने अब केंद्र से मिलने वाले निर्भया फंड के इस्तेमाल का प्लान तैयार कर लिया है, जिसे जल्द ही लागू किया जाएगा.