मन की बात: PM मोदी की अपील, 1 दिन छोड़े पेट्रोल-डीजल का इस्तेमाल
आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30वीं बार 'मन की बात' कार्यक्रम के जरिए जनता को संबोधित किया। उन्होंने सबसे पहले बच्चों के 10 वीं व 12 वीं की परीक्षा का जिक्र किया और उन्हें संदेश दिया। पीएम मोदी ने बांग्लादेश की स्वतंत्रता दिवस पर उन्हें शुभकामना दी और एक अच्छा दोस्त बताया।
बांग्दालेश को स्वतंत्रता दिवस की बधाई
पीएम ने अपनी मन की बात की शुरुआत बांग्लादेश के नागरिक भाइयों-बहनों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनायें देते हुए की। उन्होंने कहा कि आज 26 मार्च है और आज का दिन बांग्लादेश का स्वतंत्रता दिवस है। कामना है कि बांग्लादेश आगे बढ़े और विकास करे। पीएम ने बांग्लादेश को भारत का एक अच्छा दोस्त बताया। रवीन्द्रनाथ टैगोर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी यादें, भारत और बांग्लादेश की साझी विरासत हैं। गुरुदेव टैगोर ने ही बांग्लादेश का भी राष्ट्रगान लिखा।
युवाओं से पीएम की अपील
शहीद भगत सिंह का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा 23 मार्च को शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के बलिदान की गाथा को हम शब्दों में अलंकृत भी नहीं कर पाएंगे। मन की बात में पीएम मोदी ने कहा कि शहीद भगत सिंह हम सब की प्रेरणा हैं। देश के युवाओं से अनुरोध किया कि जब भी समय मिले भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु की समाधि पर जरूर जाएं।
'यह चंपारण सत्याग्रह की शताब्दी का वर्ष'
आज से ठीक सौ साल पहले महात्मा गांधी ने चंपारण सत्याग्रह किया था। यह चंपारण सत्याग्रह की शताब्दी का वर्ष है। सार्वजनिक जीवन की शुरुआत करने वालों के लिए चंपारण सत्याग्रह अध्ययन का विषय है। चंपारण सत्याग्रह हमें दिखाया कि महात्मा गांधी कितने विशेष थे और उनका व्यक्तित्व क्या था। हम महात्मा गाँधी की विराटता को अनुभव करते हैं। गांधी जी ने संघर्ष और सृजन दोनों सिखाया । सर्वजन हिताय- सर्वजन सुखाय’ इस मूल मन्त्र को ले करके, देश के लिये, उन महापुरुषों के सपनों को साकार करेगा।
बदलाव का प्रयास है न्यू इंडिया
पीएम मोदी ने न्यू इंडिका भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि बदलाव की चाह, बदलाव का प्रयास ही नये भारत, न्यू इंडिया की मज़बूत नींव डालेगा। हर हिंदुस्तानी देश को बदलना चाहता है। पीएम मोदी न्यू इंडिया को स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा कि New India सवा-सौ करोड़ देशवासियों का आह्वान है। यह कोई सरकारी योजना नहीं है। न्यू इंडिया किसी राजनीतिक दल का एजेंडा नहीं है। पीएम मोदी पीएम ने अपील करते हुए कहा कि 'स्वराज से सुराज’ की इस यात्रा में अपने जीवन को अनुशासित करके, संकल्पबद्ध करके क्यों न जोड़ें। समाज में कुछ लोग गरीबों के लिए कुछ न कुछ करते नजर आते हैं। हर नागरिक ट्रैफिक नियमों का पालन करने का संकल्प करे।
स्वच्छता का जिक्र
मन की बात में पीएम मोदी ने कहा कि स्वच्छता आंदोलन से नहीं आदत से जुड़ी होती है। गंदगी के खिलाफ मन में गुस्सा पैदा करना होगा। हम जरूरत से ज्यादा चीजें प्लेट में ले लेते हैं औऱ फिर जूठन छोड़ देते हैं। हमने कभी सोचा है कि अगर जूठन न छोड़ें तो कितने गरीबों का पेट भरा जा सकता है। पीएम ने अपील की कि स्वास्थ्य और शरीर के प्रति जागरूक लोग कहते हैं कि पेट भी खाली रखो और प्लेट भी। हम उतना ही लें, जितना खाना है।
डिजिटल इंडिया
उन्होंने डिजिटल इंडिया और स्वच्छ भारत अभियान का जिक्र करते हुए कहा कि लोगों में डिजिटल पेमेंट को लेकर जागरूकता आई है और किसान भी इसका उपयोग करें।
डिप्रेशन से मुक्ति के मंत्र
पीएम मोदी ने कहा कि इस बार संयुक्त राष्ट्र 7 ने अप्रैल विश्व स्वास्थ्य दिवस पर डिप्रेशन विषय पर फोकस किया है। जो स्वयं डिप्रेशन महसूस करता है, वो भी कुछ बोलता नहीं, क्योंकि वो थोड़ी शर्मिंदगी महसूस करता है। डिप्रेशन मानसिक और शारिक बीमारियों का कारण बन जाता है। इनके अलगाव की बजाय इसके खुलकर बातें करने और उनके बीच रहने का अवसर देना चाहिए। परिवार के किसी भी सदस्य को अकेलेपन का शिकार न होने दें। पीएम ने अपील की कि ऐसे लोगों को हंसी-ख़ुशी की खुल कर के बातें करते-करते-करते व्यक्त करने के लिये प्रेरित करें। पीएम ने कहा कि डिप्रेशन से मुक्ति के लिए अगल-बगल में कही सेवा-भाव से लोगों की मदद करने चले जाइए।
योग दिवस
योग भी अपने मन को स्वस्थ रखने के लिये एक अच्छा मार्ग है। 21 जून अंतरराष्ट्रयी योग दिवस है। ये तीसरा वर्ष होगा। आप भी अभी से तैयारी कीजिए और लाखों की तादाद में सामूहिक योग उत्सव मनाना चाहिए। पीएम ने लोगों से सुझाव मांगते हुए कहा कि आपके मन में तीसरे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के संबंध में अगर कोई सुझाव है, तो आप मेरे मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से अपने सुझाव मुझे जरूर भेजें, मार्गदर्शन कें।
कामकाजी महिलाओं को तोहफा
पीएम मोदी ने कहा कि कामकाजी वर्ग की महिलाओं की मैटरनिटी लीव जो पहले 12 सप्ताह मिलती थी, अब 26 सप्ताह कर दी जाएगी। पीएम ने कहा कि भारत सरकार ने एक बहुत बड़ा फैसला किया है। ये जो कामकाजी वर्ग की महिलायें हैं, उनकी प्रसूति के समय जो पहले 12 सप्ताह मिलती थी, अब 26 सप्ताह दी जाएगी। पीएम ने कहा कि उसका मूल उद्देश्य उस नवजात शिशु की देखभाल, भारत का भावी नागरिक , जन्म के प्रारंभिक काल में उसकी सही देखभाल हो, मां का उसको भरपूर प्यार मिले, तो हमारे ये बालक बड़े हो करके देश की अमानत बनेंगे। माताओं का स्वास्थ्य भी अच्चा रहेगा और इसलिये ये बहुत बड़ा महत्वपूर्ण निर्णय है।
नववर्ष की शुभकामना
पीएम ने सभी देशवासियों को चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, वर्ष प्रतिपदा, नव संवत्सर, नववर्ष के लिये शुभकामनायें दी। पीएम ने कहा कि इस नववर्ष के लिए आपको बहुत-बहुत शुभकामना। बसंत ऋतु ते बाद फसल पकने के प्रारंभ और किसानों को उनकी मेहनत का फल मिले का ये ही समय है। हमारे देश के अलग-अलग कोने में इस नववर्ष को अलग-अलग रूप में मनाया जाता है। महाराष्ट्र में गुड़ी-पड़वा, आंध्र-कर्नाटक में नववर्ष के तौर पर उगादी, सिन्धी चेटी-चांद, कश्मीरी नवरेह, अवध के क्षेत्र में संवत्सर पूजा, बिहार के मिथिला में जुड-शीतल और मगध में सतुवानी का त्योहार नववर्ष पर होता है।
इससे पहले 26 फरवरी को अपने 29वें 'मन की बात' कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय वैज्ञानिक समुदाय की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए कहा था कि ISRO ने कई अभूतपूर्व मिशन सफलतापूर्वक पूर्ण किए हैं. 'मंगलयान' भेजने के बाद पिछले दिनों इसरो ने विश्व रिकॉर्ड बनाया है। इसरो ने मेगा मिशन के ज़रिये एक साथ विभिन्न देशों के 104 उपग्रह अन्तरिक्ष में सफलतापूर्वक लॉन्च किए हैं। 104 उपग्रह को अंतरिक्ष में भेजकर इतिहास रचने वाला भारत दुनिया का पहला देश बना और यह लगातार 38वां पीएसएलवी का सफल लांच है।
बता दें कि कि मन की बात एक कार्यक्रम है जिसके जरिये भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत के नागरिकों को संबोधित करते हैं। इस कार्यक्रम का पहला प्रसारण 3 अक्तूबर 2014 को किया गया था। जनवरी 2015 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी प्रधानमंत्री मोदी के साथ इस कार्यक्रम में भाग लिया तथा भारत की जनता के पत्रों के उत्तर दिए थे।