मिट्टी बना सकती है आपको बेताज बादशाह, इस पात्र में पिएं पेय पदार्थ
शास्त्रों में बताया गया है मानव शरीर पांच तत्वों से मिलकर बना है। प्रत्येक तत्व पर अलग-अलग देवता का प्रभुत्व स्थापित है। जो मनुष्य की इच्छाओं की पूर्ति करते हैं। मिट्टी एक ऐसा तत्व है जिसका महत्व न केवल पुराणों में वर्णित है बल्कि वास्तुशास्त्र भी इसे सौभाग्य और सफलता का आधार मानता है। पुरातन काल में लगभग हर काम में मिट्टी का यूज किया जाता था। फिर चाहे वो भोजन करना हो बर्तन धोना या घर की साफ-सफाई सभी में मिट्टी का उपयोग होता था। वास्तुशास्त्र की मानें तो घर में मिट्टी के बर्तन रखने से न केवल सेहत अच्छी रहती है बल्कि खुशहाली भी आती है।
मिट्टी से बने देवी-देवताओं के स्वरूप को घर में स्थापित करने से आर्थिक परेशानियों का नाश होता है, धन स्थिर रहता है।
घर में सौभाग्य और श्री को स्थान देने के लिए दक्षिण पूर्वी दिशा में मिट्टी से बना कोई भी पक्षी सजाएं।
किसी भी तरह का पेय पदार्थ कुल्हड़ में पीने से स्वाद का आनंद तो लिया जा सकता है साथ में मंगल ग्रह के दुष्प्रभाव से भी निजात मिलती है।
घर की उत्तर पूर्व दिशा में घड़ा रखने से सकारात्मक ऊर्जा आकर्षित होती है।
बौद्धिक, दिमागी या आत्मिक परेशानी से गुजर रहे व्यक्ति को घड़े से पौधों को पानी देना चाहिए।
जो लोग घड़ें का पानी पीते हैं, उनका बुध और चंद्रमा शुभ प्रभाव देता है।
मनचाही नौकरी के लिए शनिवार के दिन कुल्हड़ में पानी भरकर पीपल के पेड़ के नीचे रखें।
छत पर कुल्हड़ में पानी भरकर पक्षियों के लिए रखने से धन संबंधी परेशानियां दूर होती हैं।