मुख्यमंत्री चौहान ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर किया नमन
भोपाल : मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर निवास में उनके चित्र पर मार्ल्यापण कर नमन किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सरदार पटेल के राष्ट्र निर्माण में दिए योगदान का स्मरण भी किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती को राष्ट्रीय-एकता-दिवस के रूप में मनाया जाता है। आइये, हम सब देश की एकता, अखण्डता और प्रगति के लिए मिलकर प्रयास करें। यही उनके अमूल्य कार्यों एवं विचारों को जीवंत बनाये रखने का सबसे सशक्त माध्यम है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अपने देश की मिट्टी में कुछ अनूठा है, जहाँ कई बाधाओं के बावजूद हमेशा महान आत्माओं का निवास रहा है। सरदार वल्लभ भाई पटेल ने भारत की 562 रियासतों का विलय कर एक सशक्त राष्ट्र के निर्माण के स्वप्न को साकार किया।
सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को नडियाद में एक किसान परिवार में हुआ था। सरदार पटेल स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तथा आजाद भारत के पहले गृहमंत्री थे। स्वतंत्रता की लड़ाई में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा, जिससे उन्हें भारत का लौह पुरुष भी कहा जाता है। सरदार पटेल को सरदार नाम, बारडोली सत्याग्रह के बाद मिला। बारडोली कस्बे में सशक्त सत्याग्रह करने के लिए उन्हें पहले बारडोली का सरदार कहा गया। बाद में सरदार उनके नाम के साथ ही जुड़ गया। भारत के एकीकरण में सरदार पटेल का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण था। इसलिए उन्हें भारत का लौह पुरूष भी कहा गया।