यशस्वी ने उपहार में कार लेने से इंकार किया 

मुंबई । अंडर-19 विश्वकप क्रिकेट में मैन ऑफ द टू्र्नामेंट रहे यशस्वी जायसवाल फाइनल में मिली हार से बेहद निराश हैं। यहां तक कि यशस्वी ने उपहार में कार लेने से भी इंकार कर दिया है। उनके कोच ज्वाला सिंह ने उपहार में एक कार देने की पेशकश की पर उन्होंने विनम्रतापूर्वक इसे लेने से मना कर दिया। यशस्वी ने कोच से कहा कि आप अपनी पुरानी कार दे दें और खुद एक नई कार खरीद लें। यशस्वी ने इस टूर्नामेंट में 400 रन बनाए और उन्हें भविष्य का स्टार माना जा रहा है।  यशस्वी को कोच नई कार उपहार में इसलिए देने जा रहे थे क्योंकि उन्हें इस बात का पता था कि यशस्वी को भारी भरकम किट बैग लेकर मैदान में जाने में काफी परेशानी होती है। इस परेशानी को दूर करने के लिए ही उन्होंने एक नई कार यशस्वी के लिए खरीदने का पहले भी सोचा था पर तब वह 18 वर्ष के नहीं हुए थे। इसलिए लाइसेंस न मिलने के कारण कार नहीं ली थी। 
वहीं गत 28 दिसंबर को यशस्वी 18 वर्ष के हो गए तो कोच ने सोचा कि अब यशस्वी का ड्राइविंग लाइसेंस भी बन जाएगा, इसलिए कार उपहार देने का फैसला किया। हालांकि तब वह अंडर-19 वर्ल्ड कप की तैयारियों में बहुत व्यस्त थे। कोच ने कहा था कि अगर वह विश्व कप में सबसे ज्यादा रन बनाएंगे तो उन्हें उपहार में कार दी जाएगी। कोच अब वही वादा पूरा करना चाहते हैं पर यशस्वी तैयार नहीं हैं। 
 

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