युवाओं के लिये रोजगारप्रद होना चाहिये कौशल विकास प्रशिक्षण
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि कौशल विकास प्रशिक्षण तभी सफल है, जब प्रशिक्षित युवा को रोजगार मिले या वह स्वयं का रोजगार स्थापित कर सके। इस सोच को लेकर ही विभाग अपनी प्रशिक्षण नीति बनाए।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि कौशल विकास एवं रोजगार प्रशिक्षण देने के पहले मध्यप्रदेश में स्थापित उद्योगों और बाहर के उद्योगों से चर्चा कर उनकी आज की और भविष्य की आवश्यकताओं का अध्ययन करें। उसके अनुसार कौशल विकास प्रशिक्षण का कार्यक्रम तैयार किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा लक्ष्य प्रशिक्षण के बाद बच्चों का भविष्य सँवारना और उन्हें सुनिश्चित रोजगार मिलना होना चाहिये ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे प्रशिक्षण का मूल आधार रोजगार मिलना है। हमें इसके लिए प्रदेश के हर उस बच्चे का ध्यान रखना है जो शिक्षित है अथवा अशिक्षित है। उसके अनुसार उसे ऐसे ट्रेड में प्रशिक्षित करें, जिसमें रोजगार के अनुसार वेतन मिले। रोजगार भी ऐसी जगह मिले, जहाँ वह मिलने वाले वेतन से सम्मानजनक तरीके से जीवन यापन कर सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि कौशल विकास प्रशिक्षण की रणनीति ऐसी होना चाहिए, जिससे प्रशिक्षित या शिक्षित युवा, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्र का युवा बेरोजगार न रहे। उसे उसकी पात्रता के अनुसार काम मिल जाए।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने अधिकारियों से कहा कि वे रोजगार और स्व-रोजगार के ऐसे क्षेत्रों का पता लगाएं, जहाँ भविष्य में रोजगार मिलना सुनिश्चित हो। साथ ही उन सभी ट्रेडों का प्रशिक्षण देना बंद करें, जो आउटडेटेड हो चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि फूड प्रोसेसिंग, सुरक्षा गार्ड, दवा एवं मनोरंजन क्षेत्र ऐसे हैं, जहाँ आने वाले समय में रोजगार की संभावना बढ़ेगी, इस पर विशेष ध्यान दें।
बैठक में प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार श्री प्रमोद अग्रवाल एवं वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।