यूपी में अपराधियों की नहीं खैर, योगी बोले-हर पुलिस स्टेशन बनाए इलाके के 10 अपराधियों की सूची
मुरादाबाद: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को मुरादाबाद में कानून व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि हर पुलिस स्टेशन को अपने क्षेत्र के शीर्ष 10 अपराधियों की सूची तैयार करनी चाहिए. उन पर मुकदमा चलाने और समय सीमा के भीतर सजा दिलवाने की दिशा में भी सक्रियता से काम करना चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता पुलिस पर भरोसा करना तब शुरू करती है जब एक अपराधी पर मुकदमा चलाया जाता है. इसलिए, पुलिस को न केवल अपराधियों पर मुकदमा चलाना चाहिए, बल्कि उनकी सजा को भी सार्वजनिक करना चाहिए.
मुख्यमंत्री ने मुरादाबाद, रामपुर, बिजनौर, संभल और अमरोहा में विकास और कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि अधिकारियों को अपराधियों की निगरानी और स्क्रीनिंग में सुधार के तकनीक को उन्नयन करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि अपराधियों को अपराध करने से रोकने के लिए बेहतर तकनीक का उपयोग करें. किसी भी अपराधी द्वारा किए जा रहे अपराध की प्रतीक्षा करने की जरूरत नहीं है. उसकी पहचान करें, आपराधिक गतिविधि को नाकाम करें.
मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी में अपराध दर को हमें अपने न्यूनतम स्तर पर लाने की आवश्यकता है. इसके लिए हमें फुट पेट्रोलिंग बढ़ानी चाहिए. हालांकि हमने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अपराध दर में सुधार किया है, लेकिन बेहतर करने की आवश्यकता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों को हर रोज कम से कम एक घंटे के लिए जनता दरबार आयोजित करना चाहिए और आम लोगों की समस्याओं का समाधान करना चाहिए.
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि केवल जनता की समस्याओं को हल करके, हम महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध जैसे छेड़छाड़, दहेज हत्या, घरेलू हिंसा और अन्य घटनाओं को कम कर सकते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि एक जुलाई से उत्तर प्रदेश में स्कूल और कॉलेज गर्मियों की छुट्टी के बाद खुल जाएंगे, जिसके लिए एंटी रोमियो स्क्वॉड को सक्रिय किया जाए. हमें महिलाओं के खिलाफ हो रहे किसी भी अपराध को रोकने के लिए पहले से तैयार रहना चाहिए. पुलिस को अपराधियों की हर गतिविधि पर ध्यान देना चाहिए ताकि लड़कियों अपनी पढ़ाई को आगे बढ़ाने हतोत्साहित नहीं हो. हमें ऐसी संवेदनशील जगहों को चिन्हित करना चाहिए और उन क्षेत्रों में पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ानी चाहिए.
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि आवारा पशुओं और गायों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए. हमारा समाज गाय को लेकर बहुत संवेदनशील है और गाय को कोई भी नुकसान सामाजिक सद्भाव पर लम्बे समय तक प्रभाव डालेगा. उन्होंने कहा कि सुनिश्चित करें कि गौशाला पूरी तरह से कार्यात्मक है और कोई भी गाय किसी बूचड़खाने में नहीं ले जाई जा रहा है.
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को अवैध खनन, अवैध बूचड़खानों और अन्य अपराधों से संबंधित गतिविधियों पर सतर्कता बढ़ाने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने कहा, "हमें न केवल अवैध खनन में लिप्त लोगों को बुक करना चाहिए, बल्कि अवैध तरीकों से बनाई गई उनकी संपत्ति को जब्त करने की भी कार्रवाई करनी चाहिए."
योगी ने अधिकारियों को जेल में बंद अपराधियों पर भी नजर रखने को कहा. उन्होंने कहा, "हम अपनी जेलों को राज्य में आपराधिक गतिविधियों के संचालन केंद्र के रूप में नहीं चलने देंगे." मुख्यमंत्री ने यातायात पुलिस के अधिकारियों को भी निर्देश दिया कि वो यातायात के नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करें. योगी ने कहा, अगर कोई व्यक्ति बार बार यातायात नियमों का उल्लंघन करता है तो आप उसका वाहन एक साल तक के लिए इंपाउंड कर सकते हैं.