लक्की ड्रॉ स्कीम में कार-बाइक के सपने दिखा 6 आरोपियों ने 2 हजार लोगों से की धोखाधड़ी
कुरुक्षेत्र। हर घर उज्ज्वल लक्की ड्रॉ के नाम की स्कीम में कार व बाइकें जीतने का सपना दिखा छह लोगों ने दो हजार से ज्यादा लोगों को ठग लिया। आखिरी ड्रॉ में 10 बाइक व कार निकलनी थी, लेकिन आरोपी पहुंचे ही नहीं। स्कीम के साथ जुड़े सदस्य अपना पैसा वापस पाने के लिए तीन माह चक्कर काटते रहे। थक हार कर अब पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने गांव कैंथला खुर्द निवासी दंपती समेत छह रिश्तेदारों पर धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है।
हर महीने देते थे 1-1 हजार रुपए की किस्त
सुनेहड़ी खालसा निवासी बलजीत सिंह, सलारपुर निवासी रामप्रकाश, जंगशेर सिंह, वेदपाल, जगदीश, शीशपाल व रिऋि पाल ने बताया कि कैंथला खुर्द के विकास सैनी ने हर घर उज्ज्वल योजना के नाम से स्कीम शुरू की थी। विकास की मिर्जापुर में इनवर्टर बैटरी की दुकान थी। स्कीम 15 महीने की थी।
हर सदस्य को हर महीने एक-एक हजार रुपए देने होते थे। हर महीने लक्की ड्रॉ भी निकाला जाना था। अंतिम 15वें लक्की ड्रॉ में क्विड कार, 10 सप्लेंडर बाइक निकालनी थी। जिन लोगों के इनाम नहीं निकले थे, उन्हें भी इनवर्टर-बैटरी या फिर 12 हजार रुपए की नगदी दी जानी थी।
आरोप है कि विकास की पत्नी व मां, अमरगढ़ मजाडा निवासी जीजा मुकेश, किशनपुर निवासी विकास का साला मोहित और एक अन्य युवक भी विकास के साथ मिलकर इस स्कीम को चला रहे थे। लोगों से किस्त भी यही लोग जमा करते थे।
14 ड्रॉ से 250 लोगों के निकाले इनाम, आखिरी में गड़बड़
हालांकि उक्त छह लोगों ने हर महीने ड्रॉ भी निकाला। दिसंबर 2017 में पहला ड्रॉ निकाला। कुल 14 ड्रॉ में 250 से ज्यादा लोगों के इनाम निकले। किसी को इनवर्टर, सोलर पैनल, फ्रिज, वाशिंग मशीन और 14वें में दस प्लेटिना बाइक भी दी गई। कुछ को नकद इनाम भी निकाले। जिनके इनाम निकले, वे स्कीम से अलग होते गए। आरोप है कि उक्त लोगों ने सिर्फ 250 के इनाम निकाले। जबकि इस स्कीम से दो हजार से ज्यादा लोग जुड़े थे। आरोप है कि एक करोड़ से अधिक रकम लोगों से इस स्कीम के तहत जुटाया गया। लोग फरवरी में मेगा व आखिरी ड्रा का इंतजार ही करते रह गए।
काटते रहे चक्कर-दुकान भी की बंद
मां दर्शना का कहना है कि विकास और उन लोगों ने किसी के साथ धोखाधड़ी नहीं की। ड्रॉ निकला या नहीं, यह विकास ही बता सकता है। विकास फिलहाल बाहर गया हुआ है। वहीं एक अन्य आरोपी रिंकू का कहना है कि उसकी खुद की चार कमेटी इसमें डली हुई हैं। उन लोगों की किसी के साथ धोखा करने की कोई मंशा नहीं है। ड्रॉ को लेकर विकास ही बता सकेगा।
20 फरवरी को था अंतिम ड्रॉ, नहीं पहुंचे आरोपी
शिकायतकर्ताओं ने बताया कि 14 ड्रॉ तक तो लोगों को इनाम उक्त आरोपी देते रहे। 2100 सदस्यों में से करीब 250 लोगों को ड्रॉ के तहत इनाम मिला। अंतिम ड्रॉ 20 फरवरी को सैनी समाज भवन में निकाला जाना था। उस दिन धर्मशाला सभी लोग एकजुट हुए। लक्की ड्रॉ उसके कर्मचारियों ने निकाले। विकास व अन्य साथियों में से कोई नहीं पहुंचा। तब उन्हें यही कहा कि लक्की ड्रॉ में निकले सामान की बुकिंग के लिए विकास गया हुआ है। लेकिन शाम तक वह नहीं लौटा। न अन्य सदस्य आए।
जिनका अंतिम ड्रॉ में इनाम निकला था, उन्हें कुछ नहीं मिला। जिनका स्कीम के दौरान लक्की ड्रॉ नहीं निकला, उन्हें न तो बैटरी-इनवर्टर, सोलर पैनल मिला और न 12 हजार रुपए की नगदी लौटाई। ज्योतिसर पुलिस चौकी के जांच अधिकारी शेर सिंह का कहना है कि लक्की ड्रॉ के नाम के नाम पर लोगों से ठगी का आरोप है। विकास, उसकी पत्नी समा, मां दर्शना, साले मोहित व जीजा मुकेश सहित छह के खिलाफ लोगों ने शिकायत की। हालांकि ठगी हुई है या नहीं, यह जांच के बाद ही स्पष्ट होगा।