विधायक लक्ष्मण सिंह ने सरकार की रेत नीति पर सवाल खड़े किए

चाचौड़ा से कांग्रेस विधायक और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह ने फिर कमलनाथ सरकार और कांग्रेस पर तीर चलाए है।अब लक्ष्मण सिंह ने सरकार की रेत नीति पर सवाल खड़े किए है। लक्ष्मण सिंह का कहना है कि चुनाव में पंचायतों को रेट ठेके देने का वादा किया था ,फिर सरकार ने यू-टर्न क्यों लिया। जब पुरानी सरकार की नीति पर ही चलना है तो आलोचना कैसी।यह पहला मौका नही है, इससे पहले भी लक्ष्मण कई बार अपनी ही सरकार की घेराबंदी कर चुके है।लक्ष्मण का ये बड़ा आने वाले दिनों मे सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है, वही बीजेपी को सरकार को घेरना का मौका दे सकता है।

 वही सिंह ने कहा कि मध्य प्रदेश कैबिनेट के आदिवासियों की जमीन बेचने के निर्णय से आदिवासी बेहद नाराज है। आदिवासियों के कारण ही हमारी सरकार बनी है। सरकार को यह निर्णय बदलना चाहिए ।वही कर्ज माफी के सवाल लक्ष्मण सिंह ने कहा कि जब हम पहला वचन ही पूरा नहीं कर पाएंगे तो जनता कैसे विश्वास करेगी ।हम पर पैसे नहीं तो कमिटमेंट नहीं करना चाहिए।सिंह यही नही रुके उन्होंने पोषण आहार के फैसले पर भी सवाल खड़े किए है। उनका कहना है कि पोषण आहार का फैसला भी गलत है। सरकार बना हुआ पोषण आहार भी पैसे खाती हैं। मेरे पास वीडियो है।वहीं, उन्होंने कांग्रेस विधायक गोवर्धन दांगी द्वारा सांसद प्रज्ञा ठाकुर को पर दिए बयान को लेकर कहा कि लगता है मिर्ची यज्ञ से प्रभावित होकर गोवर्धन दांगी ने ऐसा बयान दिया है। गोवर्धन दांगी को ऐसा बयान नहीं देना चाहिए।

महाराष्ट्र को लेकर भी कांग्रेस को घेरा

वही उन्होंने महाराष्ट्र में कांग्रेस सरकार के गठबंधन में शामिल को लेकर कहा कि दुखद बात कि अब आईडियोलॉजी खत्म हो गई है। ऐसे में राजनीतिक पार्टियों का जनाधार क्या रहेगा ? हम सदस्य बनाने जाएंगे तो क्या शिवसेना वालों को सदस्य बनाएंगे ? 44 सीटें हमें विपक्ष में बैठने के लिए मिली थी सरकार की जुगाड़ बनाने के लिए नहीं।इससे पहले गुरुवार को लक्ष्मण ने सोशल मीडिया पर एक ट्विट किया था। इसमें उन्होंने सत्ता में आने के बाद 'खूब खाओ' लिखा था। उन्होंने ट्विट कर लिखा है कि, महाराष्ट्र का राजनीतिक घटनाक्रम "हर घड़ी बदल रही है रूप "राजनीति", छांव है कभी , कभी है धूप "राजनीति", हर पल यहां खूब "खाओ", जो है समा कल हो न हो।

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