विश्वकप में 40 साल का खिताबी सूखा खत्म कर पायेगी वेस्टइंडीज
मुम्बई । युवा कप जेसन होल्डर की कप्तानी में इस बार वेस्टइंडीज की टीम 40 साल का खिताबी सूखा समाप्त करने के इरादे से उतरेगी। एकदिवसीय विश्व कप की शुरुआत से उसमें अपना दबदबा बनाने वाली वेस्टइंडीज के लिए पिछले चार दशक बेहद खराब रहे हैं ओर विश्व क्रिकेट की उसकी धाक भी समाप्त हो गयी है। 1983 में भारतीय टीम के हाथों खिताबी मुकाबले में मिली हार के बाद से विश्व कप उसके लिए एक सपना सा बना गया है। वेस्ट इंडीज के पास जहां गुजरे जमाने में आक्रमक बल्लेबाज और खौफनाक तेज गेंदबाज रहे हैं। वहीं अब उसकी टीम में वह बात नहीं रही है। इससे उसकी विश्व रैंकिंग भी लगातार नीचे गयी है।
अब देखना है कि इस बार होल्डर की कप्तानी में वेस्ट इंडीज की टीम 30 मई से शुरु होने वाले विश्वकप में कहां तक पहुंचती है हालांकि इस बार भी उसे प्रबल दावेदार नहीं माना जा रहा है। इस बार टीम में युवा और कुछ अनुभवी खिलाड़ी शामिल हैं जो उलटफेर की ताकत रखते हैं। 2016 में भले ही उसने टी-20 विश्व कप का खिताब आया हो पर एकदिवसीय विश्वकप क्रिकेट से भी विश्वविजेता का खिताब मिलता है। यह विश्व कप कैरिबियाई टीम के लिए एक बार फिर क्रिकेट जगत में खुद को स्थापित करने का बड़ा मंच है। कभी खिलाड़ियों के विवाद तो कभी बोर्ड से। इन सब विवादो के बीच ही वेस्टइंडीज के लिए टीम का चयन भी चुनौती भरा रहा। टीम में जहां अपना पांचवां विश्व कप खेलने जा रहे क्रिस गेल जैसे अनुभवी खिलाड़ी हैं वहीं सिर्फ एक एकदिवसीय का अनुभव रखने वाले 23 वर्षीय निकोलस पूरन भी हैं। टीम में अनुभव के साथ ही युवा जोश का मिश्रण है। बोर्ड ने पिछले साल जुलाई से टीम से बाहर चल रहे ऑलराउंडर आंद्रे रसेल को शामिल किया है ताकि टीम और बेहतर हो सके।
वेस्टइंडीज को वर्ल्ड कप में एंट्री किस्मत से मिली। बीत साल हरारे में वेस्टइंडीज और स्कॉटलैंड में टिकट हासिल करने मुकाबला हुआ था। इसमें डकवर्थ-लुइस नियम से विंडीज ने मैच जीता और उसे विश्व कप का टिकट भी मिल गया। वेस्टइंडीज की टीम ने अब तक हुए सभी 12 विश्व कप में हिस्सा लिया है। विंडीज ने विश्व कप में कुल 71 मैच खेले हैं और 41 में उसे जीत मिली है। वेस्टइंडीज की टीम ने विश्व कप में जाने से पहले जो 17 एकदिवीसीय मैच खेले हैं उनमें 6 मैचों में उसे जीत मिली है, 9 मैचों में उसे हार का सामना करना पड़ा है और एक मैच का परिणाम नहीं निकला। वेस्टइंडीज की टीम ने अपने पिछले 12 वनडे मैच विदेशी धरती पर खेले हैं, जिसमें उसे सिर्फ 4 में ही जीत मिली है। अब देखना है यह टीम क्या कर पाती है।