शहर के लोगो ने उठाया गहरेबाजी का मजा
इलाहाबाद ।शहर में सावन के महीने में गहरेबाजी को देखने के लिये सारा शहर उमड पडता है । आज सावन के दूसरे सोमवार को दोपहर के बाद चौधरी महादेव प्रशाद डिग्री केकालेज के चौराहे से मेडिकल कालेज चौराहे तक तागादौड का आयोजन किया जाता है ।
शहर में सावन के महीने में हर सोमवार को होने वाली गहरेबाजी प्रतियोगिता गंगा-जमुनी तहजीब की पहचान रही है। शहर में सावन के दूसरे सोमवार को उत्साह के साथ संपन्न हुई। शहर में सावन के महीने में हर सोमवार को होने वाली गहरेबाजी प्रतियोगिता में शहर के राकेट, सुल्तान, बादशाह, राजू नामचीन घोड़ों ने अपनी रफ्तार के जादू से दर्शकों का मनोरंजन किया। पहले सोमवार की तुलना में इस बार घोड़ों की संख्या अधिक रही।
शहर में सावन के महीने में हर सोमवार को होने वाली गहरेबाजी प्रतियोगिता में राकेट, सुल्तान, बादशाह, राजू नाम के घोड़ों ने मेडिकल चौराहा से सीएमपी डिग्री कॉलेज चौराहा तक आठ से दस राउंड चक्कर लगाकर लोगों का मनोरंजन किया। गहरेबाजी प्रतियोगिता शाम पांच बजे से शुरू हुई।
शहर में सावन के महीने में हर सोमवार को होने वाली गहरेबाजी प्रतियोगिता में राकेट, सुल्तान, बादशाह, राजू के टापों की आवाजों के बीच जैसे ही घोडे॰ दर्शकों के सामने से गुजर रहे थे,। शहर के लोग सडक की पटरियो के किनारे खडे लोग तालियां और शोर मचाने लगते थे। गहरेबाजी देखने के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं भी आई हुई थीं। गहरेबाजी शुरू होने के पूर्व ही सड़कों के दोनों तरफ दर्शकों को जमावड़ा लगा रहा। शहर में सावन के महीने में हर सोमवार को होने वाली गहरेबाजी प्रतियोगिता में सबसे पहले सत्ती चौरा के विष्णु महाराज के घोड़े राकेट ने अपनी रफ्तार का जादू दिखार्या।
उसके बाद शहर के गोलू महाराज का घोड़ा सुल्तान दौड़ा। गुड्डू केसरिया, पप्पू बेली और ओसामा चकिया के घोड़ों ने भी गहरेबाजी में शामिल होकर रफ्तार का जादू दिखाया। शहर के घोड़े ही होते हैं शामिल गहरेबाजी प्रतियोगिता में शहर के ही घोड़े शामिल होते हैं।
शहर के गहरेबाजी संघ के संयोजक विष्णु महाराज ने बताया कि यह आयोजन तीर्थ पुरोहितों ने शुरू किया था। शहर के लोगों के मनोरंजन के साथ यह भी शहर लोग देखते थे। किसका घोड़ा शरीर और रफ्तार में तेज है। कौन तीर्थ पुरोहित व शहरी घोड़ा रखे हुए है। बाइक की टक्कर से दो लोग घायल गहरेबाजी के दौरान घोड़ों के पीछे हार्न बजाते हुए तेजी से दोपहिया वाहन वाले भी फर्राटा भर रहे थे।