सरकार का गुजरात में जुलाई तक पर्याप्त पेयजल उपलब्ध होने का दावा
अहमदाबाद | उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने आगामी जुलाई महीने तक राज्य में पर्याप्त पेयजल उपलब्ध होने का दावा करते हुए कहा कि जल संकट से निपटने का सरकार ने अग्रिम आयोजन किया है| राज्य के छह करोड़ से ज्यादा नागरिकों को पेयजल उपलब्ध कराना राज्य सरकार की प्राथमिकता है और इसके लिए नर्मदा योजना में उपलब्ध पानी लोगों तक पहुंचाने का खास आयोजन किया है| जिससे आगामी दिनों में नागरिकों को पेयजल की कोई तकलीफ नहीं होगी| नर्मदा बांध में इतना पानी उपलब्ध है, जिससे गर्मी के दौरान राज्य के नागरिकों को पर्याप्त पेयजल मुहैया करवाया जा सके| सरकार ने अग्रिम आयोजन के तहत सभी जिला कलेक्टरों को जरूरी क्षेत्रों में टैंकर के जरिए जलापूर्ति करने का आदेश दिया है|
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में प्रति दिन 375 करोड़ लीटर नर्मदा का पानी पेयजल के लिए दिया जाता है, जो पिछले साल के मुकाबले 50 करोड़ लीटर ज्यादा है| जिसमें से ढांकी, मालिया, वल्लभीपुर कैनाल, परियेज-कनेवाल द्वारा फिलहाल 190 करोड़ लीटर पानी कच्छ और सौराष्ट्र को दिया जाता है| जो पिछले साल के मुकाबले 20 करोड़ लीटर अधिक है| इस प्रकार गुजरात में नर्मदा आधारित 8911 गांव, 165 शहरों और 6 महानगर पालिकाओं में नर्मदाका पानी उपलब्ध कराया जा रहा है| उन्होंने कहा कि गत वर्ष के मुकाबले सौराष्ट्र और कच्छ जिले में कम बारिश हुई है| जिससे पोरबंदर, देवभूमि द्वारका, मोरबी, भावनगर, जामनगर, राजकोट और कच्छ जिले के डेमों में कम पानी की आय हुई थी| पोरबंदर जिले के फोदारा डेम में पानी नहीं होने की वजह से पोरबंदर शहर और अन्य समूह योजना को 2 करोड़ लीटर पानी उपलब्ध कराया जाएगा| इस योजना को पूरी करने के लिए राज्य सरकार ने रु. 120 करोड़ की लागत से 64 किलोमीटर लंबे उपलेटा से राणावाव पाइपलाइन को मंजूरी देकर इसका युद्धस्तर पर कार्य पूर्ण करवाकेर राणावाव तक पानी पहुंचाया है| आगामी दो दिन में आनुशांगिक कार्यों को पूरा कर वोटर ट्रीटमेंट प्लान्ट के जरिए पोरबंदर को जलापूर्ति की जाएगी| उन्होंने बताया कि कच्छ में पहले प्रति दिन 27 करोड़ लीटर पानी दिया जाता था, जिसमें इस साल वृद्धि कर 32 करोड़ लीटर किया गया है| कच्छ के अंजार से कुकमा तक पानी की नई पाइपलाइन बिछाकर 10 करोड़ लीटर पानी बढ़ाकर 13 करोड़ लीटर कर दिया गया है| जबकि बोटाद में भी नर्मदा के पानी के पंपिंग स्टेशन से सौराष्ट्र में पानी की आपूर्ति की जा सकेगी| जिसमें प्रति दिन 5 करोड़ लीटर पानी पहुंचाया जा सकेगा| इससे अमरेली जिले को भी फायदा होगा| नितिन पटेल ने कहा कि ज्यादातर क्षेत्रों में ट्यूबवेल और बोर के जरिए नगरपालिका द्वारा गांवों में पानी का नया स्रोत राज्य सरकार की ओर से उपलब्ध करवाया जा रहा है| राज्य की 62 तहसीलों के 521 गांव में प्रति दिन 1581 टैंकरों से लोगों को पेयजल उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है| अब तक आचार संहिता लागू होने की वजह से नए कार्य को कलेक्टर द्वारा मंजूरी नहीं दी जाती थी| उप मुख्यमंत्री ने दावा किया है कि नर्मदा बांध में पर्याप्त पेयजल उपलब्ध है| जुलाई महीने तक गुजरात की चार करोड़ से ज्यादा जनता के लिए पेयजल सुरक्षित है और उसकी पर्याप्त व्यवस्था की गई है| राज्य में नर्मदा का पानी अहमदाबाद, राजकोट, भावनगर, जूनागढ़ समेत अन्य इलाकों के लिए 30 जुलाई तक पेयजल सुरक्षित है| उन्होंने बताया कि पेयजल के संदर्भ में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में कल समीक्षा बैठक बुलाई गई है| नितिन पटेल ने बताया कि जलापूर्ति विभाग द्वारा एक कंट्रोल रूम तैयार किया गया है| जिसका नंबर 1916 है| गुजरात में किसी भी जगह पानी की समस्या होने पर कोई भी 24 घंटे कार्यरत इस कंट्रोल से संपर्क कर सकता है| जिसके आधार संबंधित गांव की जरूरत को पूरा किया जाएगा|