सांसदों से मोदी बोले- अखबार से मंत्री नहीं बनते, बहकावे में न आएं, भाषण की 5 बड़ी बातें

नई दिल्ली: राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की बैठक में संसदीय दल के नेता चुने गए नरेंद्र मोदी ने सेंट्रल हॉल में मौजूद सांसदों को संबोधित किया. नरेंद्र मोदी ने एनडीए के नेताओं का आभार व्यक्त किया. उन्होंने पहली बार सांसद बनकर आए नेताओं का विशेष रूप से अभिनंदन किया. संसदीय दल की बैठक को संबोध‍ित करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि प्रचंड जनादेश जिम्मेदारियों को बढ़ा देता है. उन्होंने कहा कि भारत का चुनाव विश्व के लिए अजूबा है. पूरी दुनिया में भारतीयों ने इस विजय उत्सव को मनाया है.  

नरेंद्र मोदी ने कहा, ये चुनाव पूरे विश्‍व के लिए एक अजूबे की तरह था. हमें मिले प्रचंड जनादेश ने ज‍िम्‍मेदारी बढ़ा दी है. देश की जनता सेवाभाव स्‍वीकार करती है. अहंकार यहां स्‍वीकार नहीं क‍िया जाता है. भारत का मतदाता सत्‍ताभाव स्‍वीकार नहीं करता. जनता ने हमें क‍िसी पार्टी के कारण नहीं सेवाभाव के कारण चुना है. पीएम मोदी ने कहा, आपने मुझे आज चुना है. ये एक व्‍यवस्‍था का हिस्‍सा है. मैं भी आपमें से एक हूं. हमें कंधे से कंधा मिलाकर चलना है. सभी सांसदों के साथ साथ और बराबर चलना है. मैं साथि‍यों के वि‍श्‍वास पर जरूर खरा उतरूंगा.

पीएम मोदी ने बैठक ने संबोध‍ित करते हुए कहा, आमतौर पर चुनाव बांटते हैं. दूर‍ियां बढ़ाते हैं. लेकि‍न 2019 के चुनाव में ऐसा नहीं है. इस चुनाव ने दीवारों को ग‍िराने का काम क‍िया है. इस बार देश भागीदार बना है. जितना हमने सरकार को चलाया, देश को बढ़ाया है, उससे ज्‍यादा देश की जनता ने देश को आगे बढ़ाया है. हर पांच साल में एंटी इन्‍कंबेंसी होती है, लेकि‍न जब व‍िश्‍वास मजबूत हो, प्रो इनकंबेंसी होती है. आइए जानते हैं नरेंद्र मोदी के भाषण की 5 खास बातें…

नई दिल्ली: राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की बैठक में संसदीय दल के नेता चुने गए नरेंद्र मोदी ने सेंट्रल हॉल में मौजूद सांसदों को संबोधित किया. नरेंद्र मोदी ने एनडीए के नेताओं का आभार व्यक्त किया. उन्होंने पहली बार सांसद बनकर आए नेताओं का विशेष रूप से अभिनंदन किया. संसदीय दल की बैठक को संबोध‍ित करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि प्रचंड जनादेश जिम्मेदारियों को बढ़ा देता है. उन्होंने कहा कि भारत का चुनाव विश्व के लिए अजूबा है. पूरी दुनिया में भारतीयों ने इस विजय उत्सव को मनाया है.  

नरेंद्र मोदी ने कहा, ये चुनाव पूरे विश्‍व के लिए एक अजूबे की तरह था. हमें मिले प्रचंड जनादेश ने ज‍िम्‍मेदारी बढ़ा दी है. देश की जनता सेवाभाव स्‍वीकार करती है. अहंकार यहां स्‍वीकार नहीं क‍िया जाता है. भारत का मतदाता सत्‍ताभाव स्‍वीकार नहीं करता. जनता ने हमें क‍िसी पार्टी के कारण नहीं सेवाभाव के कारण चुना है. पीएम मोदी ने कहा, आपने मुझे आज चुना है. ये एक व्‍यवस्‍था का हिस्‍सा है. मैं भी आपमें से एक हूं. हमें कंधे से कंधा मिलाकर चलना है. सभी सांसदों के साथ साथ और बराबर चलना है. मैं साथि‍यों के वि‍श्‍वास पर जरूर खरा उतरूंगा.

पीएम मोदी ने बैठक ने संबोध‍ित करते हुए कहा, आमतौर पर चुनाव बांटते हैं. दूर‍ियां बढ़ाते हैं. लेकि‍न 2019 के चुनाव में ऐसा नहीं है. इस चुनाव ने दीवारों को ग‍िराने का काम क‍िया है. इस बार देश भागीदार बना है. जितना हमने सरकार को चलाया, देश को बढ़ाया है, उससे ज्‍यादा देश की जनता ने देश को आगे बढ़ाया है. हर पांच साल में एंटी इन्‍कंबेंसी होती है, लेकि‍न जब व‍िश्‍वास मजबूत हो, प्रो इनकंबेंसी होती है. आइए जानते हैं नरेंद्र मोदी के भाषण की 5 खास बातें…

 

वीआईपी कल्चर
नरेंद्र मोदी ने गोवा के पूर्व सीएम और दिवंगत नेता मनोहर पर्रिकर की सादगी को याद करते हुए कहा कि हमें नियमों का पालन करने में संकोच नहीं होना चाहिए, वीवीआईपी कल्चर से दूर रहना चाहिए. वीआईपी कल्चर से देश को बड़ी नफरत है. हम भी नागरिक हैं तो कतार में क्यों खड़े नहीं रह सकते. मैं चाहता हूं कि हमें जनता को ध्यान में रखकर खुद को बदलना चाहिए. लाल बत्ती हटाने से कोई आर्थिक फायदा नहीं हुआ लेकिन, जनता के बीच अच्छा मैसेज गया है. अहंकार को जितना दूर रख सकते हों रखें.

बड़बोलापन
उन्होंने कहा कि नए और पुराने सांसदों से कहना चाहूंगा कि छपास (छपने का मोह) और दिखास (टीवी पर दिखने के मोह) से बचना चाहिए. इससे बचकर चलें तो खुद भी बचेंगे और दूसरों को भी बचाएंगे. इसी के साथ मोदी ने कहा कि नए सांसदों और पुराने सांसदों को बड़बोले बयानों से बचना चाहिए. कुछ भी ऑफ द रिकॉर्ड नहीं होता है. उन्होंने कहा कि कुछ लोग बड़बोलेपन में कुछ भी बोल देते हैं. मीडिया के लोगों को भी पता होता है कि यह 6 नमूने है, उनके घर के पास पहुंच जाओ कुछ भी बोलेगा. इससे बचें.

मंत्रिमंडल
नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार वही बनाएगा जिसकी जिम्मेदारी है, अखबरा के पन्नों से कोई मंत्री नहीं बनता है. उन्होंने कहा कि इस देश में बहुत ऐसे नरेंद्र मोदी पैदा हो गए हैं, जिन्होंने मंत्रिमंडल बना दिया है. उन्होंने कहा कि सरकार और कोई बनाने वाला नहीं है, जिसकी जिम्मेदारी है वही बनाने वाले हैं. अखबार के पन्नों से न मंत्री बनते हैं, न मंत्रिपद जाते हैं. मोदी ने नए सांसदों से कहा कि मीडिया अगर मंत्री के लिए आपका नाम चलाता है तो भ्रम में मत आइए.

संविधान को नमन
नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत से पहले 'भारत के संविधान' के सामने सिर झुकाकर नमन किया. इसके बाद उन्होंने अपने भाषण में कई बार संविधान शब्द का उपयोग किया. उन्होंने कहा कि मैं आपसे संविधान के सामने सिर झुकाने के बाद कह रहा हूं कि सांसदों के लिए कोई 'भेद रेखा' नहीं हो सकती है. हम उनके लिए हैं, जो हमारे साथ हैं और हम उनके लिए भी हैं, जो भविष्य में हमारे साथ होंगे.

एनडीए को रखा याद गठबंधन
नरेंद्र मोदी ने कहा कि गठबंधन की राजनीति में एनडीए एक विश्वस्त आंदोलन की तरह है. अटल बिहारी बाजपेयी ने इसकी नींव रखी और अब हमें इसे और सशक्त करना है. उन्होंने कहा कि एनडीए को हमें अभी और ज्यादा मजबूत करना है. उन्होंने कहा कि राष्ट्र के उज्जवल भविष्य के लिए गठबंधन की राजनीति को स्वीकार करना होगा. उन्होंने कहा कि गठबंधन की राजनीति को नकारा नहीं जा सकता है.
 

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