हार के बाद भी बरकरार हैं लालू के लाल तेज प्रताप के तेवर, कहा- हम क्यों, टिकट बांटने वाले जिम्मेदार
पटना, । लोकसभा चुनाव में हार की समीक्षा के लिए बुलाई गई राजद की बैठक में तेजप्रताप यादव और लालू प्रसाद का पारिवारिक विवाद छाया रहा। पार्टी के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने तेजप्रताप के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। लेकिन, तेजप्रताप के तेवर वैसे ही बरकरार रहे और उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि-हार की जिम्मेवारी हम क्यों लें? जिम्मेदारी टिकट बांटने वाले और चुनाव लडऩे वाले उम्मीदवार लें।
उसके बाद तेज ने-इवीएम हटाओ, देश बचाओ के नारे के साथ आन्दोलन की घोषणा की। उन्होंने विपक्ष के नेता पद से तेजस्वी के इस्तीफे की मांग का भी विरोध किया। तेजप्रताप ने कहा कि आपसी समन्वय के साथ 2020 का विधानसभा चुनाव भी तेजस्वी के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा। उस चुनाव में स्वच्छ और ईमानदार लोगों को ही उम्मीदवार बनाया जाएगा।
तेजप्रताप ने तेजस्वी को आसपास के लोगों से सावधान रहने की भी नसीहत दी। कहा कि लोकसभा चुनाव को लेकर निराश होने की जरूरत नहीं है। सामाजिक न्याय और गरीबों के हक की लड़ाई जारी रहेगी। इसे हम सब साथ मिलकर लड़ेंगे।
खुद को श्रीकृष्ण और तेजस्वी यादव को अर्जुन बताते हुए तेजप्रताप ने एक पत्र लिखा है। पत्र की शैली से साफ है कि लोकसभा चुनाव में पार्टी की पराजय को वे अधिक गंभीरता से नहीं लेते हैं। खुद को कहीं से इसके लिए जिम्मेवार भी नहीं मानते हैं।