25 स्कूलों के सात हजार बच्चों के चेहरे मायूस, पराली के धुएं के कारण बीच में ही रद्द हुआ एयर शो
सैनिक स्कूल परिसर में आकाश की ओर टकटकी लगाए बैठे 25 पब्लिक स्कूलों के सात हजार बच्चे भारतीय वायु सेना के जांबाज सूर्यकिरण ऐरोबेटिक शो का लुत्फ नहीं उठा पाए। इन बच्चों का उत्साह आसमान में घुले पराली के धुएं ने काफूर कर दिया। स्कूल के बच्चों को एयरफोर्स ज्वाइन करने के लिए आकर्षित करने के मकसद से मंगलवार को ऐरोबेटिक शो का आयोजन किया गया था। पहली बार सैनिक स्कूल प्रबंधक इस प्रयास में सफल रहे लेकिन धुएं ने उनके प्रयास पर पानी फेर दिया।
पहले तो धुआं छंटने और बादल साफ होने का इंतजार करते-करते 10:45 बजे होने वाला एयर शो दोपहर 12 बजे शुरू हुआ। जब सूर्यकिरण की टीम नौ फाइटर प्लेन के साथ सैनिक स्कूल के ऊपर से निकली तो बच्चों में एकदम जोश भर गया। महज पांच मिनट में दो बार स्कूल परिसर के ऊपर से गुजरने के बाद माहौल अनुकूल न होने के कारण टीम शो बीच में छोड़कर एयरबेस लौट गई। सूर्यकिरण ऐरोबेटिक टीम में कपूरथला सैनिक स्कूल के दो साइकेपियन विंग कमांडर गुरप्रीत सिंह और स्कवाड्रन लीडर नवजोत सिंह भी शामिल थे।
सुरक्षा प्रबंधों को जांचने और बंदोबस्त करने पहुंचे सेफ्टी ऑब्जर्वर स्कवाड्रन लीडर तेजेश्वर सिंह ने कहा कि पराली के धुएं के अलावा कई अन्य वजह से भी एयर शो पूरा नहीं हो सका। जब एक साथ नौ प्लेन उड़ रहे होते हैं तो टीम लीडर को एक-दूसरे से सामंजस्य बिठाकर करतब दिखाने होते हैं। यहां पर ऐसा करना कठिन लग रहा था। आकाश में 100 प्रतिशत नहीं, बल्कि 1000 प्रतिशत सेफ्टी मेजर करने के बाद ही करतब दिखाए जाते हैं।
सैनिक स्कूल के प्रिंसिपल कर्नल विकास मोहन ने बताया कि भारतीय वायु सेना की सूर्यकिरण ऐरोबेटिक टीम दुनिया की चार सबसे बेहतरीन ऐरोबेटिक टीम में शुमार है। इस टीम के लीडर ग्रुप कैप्टन प्रशांत ग्रोवर, फ्लाइट कमांडर वीएम अनूप सिंह, विंग कमांडर उदित मेहता, विंग कमांडर अजय दशरथी, स्कवाड्रन लीडर सुदेश कार्तिक, स्कवाड्रन लीडर अभिजीत सिंह और स्कवाड्रन लीडर मनीष मिश्रा के अलावा कपूरथला सैनिक स्कूल के दो साइकेपियन विंग कमांडर गुरप्रीत सिंह ढिल्लों और स्कवाड्रन लीडर नवजोत सिंह शामिल थे। बच्चों के विदेशों की तरफ बढ़े रुझान को सेना की तरफ आकर्षित करने के लिए इस शो का आयोजन किया गया था।