4200 करोड़ का ड्रग्स केस: खूनी खेल की गुत्थी में उलझी जांच एजेंसियां

4200 करोड़ की ड्रग्स मामलें में रोज-रोज नए खुलासे हो रहे हैं. पिछले 3 दिनों से देश की प्रमुख एजेंसियां इस बड़ी खेप की हर जानकारी इकट्ठा कर रही हैं. अब इसमें एक नई बात सामने आई है.

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, 20 जुलाई को पाकिस्तान के ग्वादर पोर्ट से जब हेरोइन टग में भरा गया तब आईएसआई के खालिद मोहमद और मुस्तफा साथ थे. हालांकि, उसके बाद से उनका कोई पता नहीं. ऐसे में सुरक्षा एजेंसियों के सामने सबसे बड़ा सवाल यह है कि दोनों आखिर कहां हैं?

एजेंसियों को शक है कि दोनों की हत्या कर दी गई है. लेकिन सवाल यह है कि हत्या किसने की और शव कहां हैं? इस मुद्दे पर एजेंसी टग के कोटवां सुप्रीत तिवारी से लगातार पूछताछ कर रही है. 

एजेंसी यह मानने को भी तैयार नहीं है कि इतने करोड़ का ड्रग्स सिर्फ इनके भरोसे छोड़ा गया है. वहीं दूसरी जानकारी आ रही है कि सुप्रीत के दोस्त इरफान और विशाल यादव दोनों ने तय किया था कि एक बार ड्रग्स उनके पास आ जाए, उसके बाद सुप्रीत की भी हत्या कर दी जाएगी. लेकिन ड्रग्स पहुंचने से पहले ही उनकी गिरफ्तारी हो गई.

इससे यह बात साफ है ड्रग्स को लेकर खूनी खेल या तो खेला गया है या खले जाने वाला था. सारी जांच एजेंसियां इसी गुत्थी को सुलझाने की कोशिश में आरोपियों से लगातार पूछताछ कर रही हैं.

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