सावन के पहले सोमवार पर बन रहे हैं 6 दुर्लभ संयोग, इस शुभ समय में करें पूजा, भोलेनाथ बरसाएंगे कृपा!

सावन का महीना आने वाला है, जो भगवान भोलेनाथ को बेहद प्रिय है. इस पवित्र महीने में शिव भक्त खासतौर पर व्रत रखते हैं और भगवान शिव की पूजा करते हैं. इस बार सावन का पहला सोमवार बेहद खास रहने वाला है क्योंकि ग्रह-नक्षत्रों की ऐसी स्थिति बन रही है, जो बहुत शुभ मानी जाती है. 14 जुलाई को सावन का पहला सोमवार पड़ेगा और इस दिन कुल 6 विशेष योग एक साथ बन रहे हैं. ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि करीब 100 साल बाद सावन के पहले सोमवार पर ऐसा अद्भुत संयोग बनने जा रहा है.

11 जुलाई से सावन महीने की शुरुआत हो रही है, जो 9 अगस्त तक चलेगा. इस दौरान हर सोमवार शिव भक्त भगवान शिव की पूजा-अर्चना करेंगे. खास बात यह है कि इस बार सावन के पहले सोमवार को प्रीति योग, आयुष्मान योग, सुकर्मा योग, शिव योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और शोभन योग एक साथ बन रहे हैं. ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार ये छह योग सावन के पहले सोमवार का महत्व हजारों गुना बढ़ा देते हैं. इसलिए इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से अनंत पुण्य की प्राप्ति होगी.
इस तरह करें पूजा
ज्योतिषियों का मानना है कि सावन के पहले सोमवार को भगवान शिव का अभिषेक करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इस दिन भक्त अपनी श्रद्धा और सामर्थ्य के अनुसार भगवान शिव का षोडशोपचार, दशोपचार या राजोपचार विधि से पूजन करें। जल, दूध, बेलपत्र, धतूरा, भांग, सफेद फूल आदि अर्पित करना अत्यंत फलदायी रहता है.

इन शुभ समय पर करें पूजा
हिंदू पंचांग के मुताबिक, सावन के पहले सोमवार पर सुबह 10 बजे से रात 10:30 बजे तक प्रीति योग रहेगा. इसके अलावा दोपहर 12:18 बजे से 1:51 बजे तक आयुष्मान योग का संयोग रहेगा. दोपहर 1:33 बजे से 2:33 बजे तक सुकर्मा योग बन रहा है. वहीं शाम 5:19 बजे से रात 7:15 बजे तक शिव योग का संयोग रहेगा. इन शुभ योगों के दौरान भगवान शिव की पूजा करने से विशेष पुण्य प्राप्त होता है.
सावन का हर दिन बनेगा शुभ, मिलेगा पुण्य
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, जब किसी एक दिन में 4 या उससे ज्यादा शुभ योग बनते हैं, तो वह दिन विशेष रूप से पुण्यकारी हो जाता है. इस दिन शिवजी की सच्चे मन से पूजा करने से विशेष फल प्राप्त होगा और जीवन की हर कठिनाई दूर होगी.

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