दो महिलाओं से रेप के आरोप में कड़ी कार्रवाई का सामना कर रहे राम रहीम को लेकर माहौल गरमाया हुआ है। राम रहीम के समर्थकों की ओर से लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहा है और पुलिस हालात को काबू करने की कोशिश कर रही है।टीवी रिपोर्ट के मुताबिक 800 गाड़ियों के काफिले से पंचकूला कोर्ट की पेशी के लिए राम रहीम निकल चुके हैं। उनके समर्थक सड़कों पर लेटे हुए हैं। गाड़ियों की रफ्तार 120 किमी बताई जा रही है। राम रहीम के फैसले के मद्देनजर पंजाब-हरियाणा में 201 ट्रेनों को रद्द किया गया है।
पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट की ओर से सख्त निर्देश आने के बाद पुलिस समर्थकों को हटाने के लिए पूरी कोशिश कर रही है। दरअसल, राम रहीम के सर्मथक पंचकुला पर बैठे हुए हैं और प्रशासन का विरोध कर रहे हैं।
पुलिस के आला अधिकारी कई बसें लेकर डेरा समर्थकों को धारा-144 का हवाला देते हुए हटने की अपील की। लेकिन समर्थकों पर पुलिस का कोई असर नहीं पड़ा। रात डेढ़ बजे तक डेरा समर्थकों पर पुलिस की अपील का कोई असर नहीं दिखा। समर्थकों का कहना है कि वे डेरामुखी का दर्शन किए बिना यहां से नहीं हटेंगे।
डेरा प्रमुख के मामले में शुक्रवार को होने वाले फैसले से महज चंद घंटे पहले पुलिस की ओर से की जाने वाली इस कार्रवाई से डेरा प्रेमियों में गहरा रोष है। डेरा समर्थकों का कहना है कि पहले भी उन्हें कई तरह प्रताड़ित करने की कोशिश की जा चुकी है। रात डेढ़ बजे हैफेड चौक के पास से जैसे ही डेरा समर्थकों को हटाने के लिए धारा-144 को लेकर मुनादी की, महिला समर्थकों ने विरोध दर्ज कराना शुरू कर दिया। लेकिन बाद में समर्थकों ने समझाते हुए मामले को शांत किया।
चौक के पास जहां सैकड़ों की संख्या में सड़क की फुटपाथ पर समर्थक इकट्ठा थे, उन्हें हटाने के लिए मुनादी की गई। लेकिन शांतिपूर्ण तरीके से बैठे समर्थकों पर मुनादी का कोई असर नहीं पड़ा और वहीं पर डटे रहे। कुछ महिला समर्थक बार बार यही कहती नजर आईं कि सिमरन करते रहे, कुछ न बोलो।
पुलिस बंटी टुकड़ियों में
पल पल बदलते हालात को देखते हुए पुलिस भी टुकड़ियों में बंट रही हैं ताकि समर्थकों को हटाने के लिए एक साथ भारी बल का प्रयोग न करना पड़े। हालांकि सेक्टर-पांच के पार्क और केसी थियेटर के पास बैठे हजारों समर्थकों को शिफ्ट करने के लिए पुलिस ने कमर कस ली थी, लेकिन बाहरी समर्थन के बाद आरोपी ने छोड़ दिया।