फरीदाबाद: महापंचायत से पहले पुलिस ने लोगों पर भांजी लाठियां, दोनों ने एक-दूसरे पर किया पथराव, जानें क्या है मामला

खोरी गांव के दस हजार अवैध मकानों को तोड़ने से पहले पुनर्वास की मांग को लेकर खोरी गांव के अंबेडकर पार्क में बुधवार को होने वाली महापंचायत से पहले ही पुलिस और लोगों में संघर्ष हो गया। पार्क में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे लोगों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। जिसके बाद लोगो में भगदड़ मच गई। 

लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। जवाब में पुलिस ने भी लोगों पर पथराव किया। करीब दस मिनट तक मौके पर पुलिस और लोगों में संघर्ष होता रहा। इस दौरान पुलिस ने डीयू की एक छात्रा, एक छात्र सहित अनेक लोगो पर लाठीचार्ज कर हिरासत में ले किया। करीब साढ़े बारह बजे पुलिस में पार्क खाली कर दिया। इसके बाद मामला शांत हुआ।

संघर्ष के बाद पहुंचे किसान नेता गुरनाम सिंह

खोरी गांव में होने वाली महापंचायत में किसान नेता गुरनाम सिंह को बतौर मुख्य वक्ता के रूप में आना था लेकिन निर्धारित स्थान और समय पर किसान नेता नहीं पहुंचे। जब लाठीचार्ज हो चुका था और पुलिस लोगों हिरासत में लेकर फ्लिस थाने ले गई उसके बाद किसान नेता सूरजकुंड रोड पर पहुंचे। वे खोरी गांव में नही गए। बाहर सुरंकुंड रोड के साथ अपने समर्थकों के साथ बैठ गए।

किसान नेता गुरनाम सिंह ने कहा कि खोरी गांव के लोगों पर लाठीचार्ज करना बेहद ही शर्मनाक बात है। सरकार ने मजलूम गरीब लोगों को एक खुली जेल में डाल दिया है। पानी, बिजली बंद करके लोगों को मरने के लिए मजबूर किया हुआ है। जब लोग अपनी बात करने के लिए एकत्रित हो रहे हैं तो उनपर लाठीचार्ज किया जा रहा है। घरों से लोगों को खींचकर मारा जा रहा है। महिलाओं पर पुरुष पुलिसकर्मी लाठीचार्ज कर रहे हैं। 

किसान नेता ने कहा है कि जब तक खोरी गांव के लोगों का पुनर्वास नही किया जाएगा तब तक मकानों को नहीं टूटने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि खोरी गांव के लोग गरीब हैं, इसलिए सरकार उनके साथ जुल्म कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने खोरी गांव के लोगों का पुनर्वास नहीं किया तो फिर इन लोगों को बॉर्डर पर लेकर जायेंगे और वहां इनके टेंट लगाए जाएंगे।

पुलिस की सख्ती से लोगों का आक्रोश बढ़ा

खोरी गांव के दस हजार अवैध घरों को हटाने के लिए सात जून को आए सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद खोरी गांव मे पुलिस की सख्ती से लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। पुलिस अब तक अनेक लोगों पर मुकदमा दर्ज कर चुकी है। बुधवार को लाठीचार्ज के बाद लोगों का गुस्सा बढ़ गया है। 

लोगों का कहना है कि वे अहिंसा के रास्ते पर चलकर अपने पुनर्वास की मांग कर रहे हैं और पुलिस सख्ती कर रही है। लोगों का आरोप है कि यह दूसरा मौका है जब पुलिस ने लोगों पर लाठीचार्ज किया है। इससे पहले आत्महत्या करने वाले गणेशीलाल के घर पर एकत्रित लोगों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था।

तीन साल की बच्ची के आंसूओ से भी नहीं पिघला पुलिस का दिल

अंबेडकर पार्क के मुख्य गेट के सामने ममता का घर है। लोग जब एकत्रित हो रहे थे तो वे अपने घर में दस और तीन साल की बच्ची के साथ मौजूद थी। पति काम पर लालकुआं गए थे और बड़ी बेटी किसी काम से घर से बाहर थी। ममता का आरोप है कि पुलिस ने जब लोगों पर लाठीचार्ज किया तो एक सरदार जी उनके घर में घुस गए और अंदर बेड पर जाकर बैठ गए। 

इसके बाद करीब तीस पुलिस के जवान घर में घुसे और सरदार पर लाठीचार्ज कर दिया। बीच में आई उनकी दस साल की बेटी को भी पुरुष पुलिसकर्मी ने लाठी मारी। इस हालात को देखकर तीन साल की बेटी घबरा गई और जोर-जोर से रोने लगी। इसको देखकर भी पुलिस वाले सरदार को बुरी तरह लाठियों से मारते हुए ले गए। इस दौरान उनके घर मे काफी तोड़फोड़ भी की गई।

खोरी मामला टाइमलाइन

07 बजे सुबह खोरी गांव के अंबेडकर पार्क में डेरा डालकर पुलिस ने अपने कब्जे में लिया

08 बजे सुबह खोरी गांव के अंबेडकर पार्क के सामने भीड़ एकत्रित होनी शुरू हुई

11 बजे सुबह पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी पार्क में पहुंचे

11.40 बजे सुबह पुलिस ने लोगों को पार्क के सामने से हटने के लिए कहा

12 बजे दोपहर को खोरी गांव के आंबेकर पार्क में डीयू के छात्रों ने मोर्चा संभाला

12 बजकर 10 मिनट पर दोपहर को छात्रों और स्थानीय लोगों ने पोस्टर लेकर नारेबाजी की

12 बजे 10 मिनट दोपहर को छात्र ओर लोगों ने पार्क में अंदर जाने को कोशिश की तो पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया

12 बजकर 15 मिनट पर लोगों में भगदड़  मच गई

12 बजकर 16 मिनटों पर लोगों की तरफ से पुलिस पर पथराव किया गया। बदले में पुलिस ने भी लोगों पर पथराव किया

12 बजकर 30 मिनट पर डीयू की एक छात्रा ओर एक छात्र सहित कई स्थानीय लोगों को पुलिस ने लाठीचार्ज कर हिरासत में ले लिया

1-30 बजे दोपहर को सूरजकुंड रोड पर पहुंचे किसान नेता गुरनाम सिंह
 

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