पंजाब की इंडस्ट्री काे बड़ी राहत, 5 महीने बाद लुधियाना का अदाणी लाजिस्टिक्स पार्क फिर शुरू
लुधियाना। किसान आंदोलन (kisan Andolan) के कारण 15 जुलाई को बंद हुआ लुधियाना के किला रायपुर स्थित अदाणी लाजिस्टिक्स पार्क (Adani Logistics Park) पांच माह बाद फिर से शुरू हो गया है। तीन कृषि कानूनों (Farms Law) की वापसी के बाद किसानों (Farmers) ने अपना विरोध खत्म कर दिया था। इसे देखते हुए पार्क प्रबंधक ने पुराने कर्मचारियों को काम पर बुला लिया है। कुछ को बुलाया जा रहा है। नए कर्मचारियों को रखने की प्रक्रिया भी चल रही है। 16 दिसंबर से लाजिस्टिक्स पार्क के यार्ड एरिया से कंटेनरों की आवाजाही शुरू हो गई थी। अभी इनकी संख्या काफी कम है, लेकिन 31 दिसंबर यानी शुक्रवार से पहली मालगाड़ी पार्क का यार्ड एरिया से संचालन शुरू होगा। इसके बाद काम की रफ्तार और बढ़ेगी। इससे पंजाब के उद्योगपतियों के लिए आयात व निर्यात काफी आसान हो जाएगा। साथ ही उनका समय और पैसा भी बचेगा।
अच्छी बात यह है कि पंजाब (Punjab) के निर्यात में हर साल खासा उछाल आ रहा है। इनमें चावल, साइकिल पार्ट्स, आटो पार्ट्स व इंजीनियरिंग गुड्स मुख्य हैं। इनसे उत्पादों से जुड़ी औद्योगिक इकाइयों को पार्क के शुरू होने से काफी राहत मिलेगी। वहीं, पंजाब की मैन्युफेक्चरिंग इंडस्ट्री को भी कई तरह के कच्चे माल के लिए दूसरे देशों पर आश्रित रहना पड़ता है। अब तक उद्योगपतियों का सामान पहुंचने में 20 से 25 दिन लग रहे थे, लेकिन अब 10 से 15 दिनों में ही सामान पहुंच जाएगा। अदाणी ग्रुप के पास खुद की ट्रेनें, यार्ड और जहाज होने के चलते सामान का आवागमन तेजी से होता है। इसी वजह से इसकी दरें भी अन्य कंपनियों से कम हैं। लाजिस्टिक्स पार्क बंद होने से उद्योगपतियों की आयात व निर्यात की लागत 22 प्रतिशत तक बढ़ गई थी, जो अब काफी कम हो जाएगी।
इन वस्तुओं का होता है आयात-निर्यात
पंजाब से कई अहम उत्पादों का निर्यात और कच्चे माल का आयात होता है। कच्चा माल न मिलने के कारण उद्योगों में फिनिश्ड गुड्स का निर्माण नहीं हो पा रहा था। किला रायपुर स्थित अदाणी लाजस्टिक्स पार्क से स्क्रैप, मशीनरी, ड्राई फ्रूट्स, वेस्ट पेपर, ट्रैक्टर, वूलन, यार्न, हौजरी उत्पाद सहित कई अहम उत्पाद निर्यात व आयात किए जाते हैं। यहां से हीरो साइकिल, वर्धमान, वर्धमान स्पेशल स्टील, पीआर लाजिस्टिक्स जालंधर, अमृतसर के राइस एक्सपोर्टर, खन्ना पेपर मिल, रुचि सोया, सीमेंट, रिफाइंड, पेपर मिलों, मशीन टूल, स्टील निर्माताओं का सामान आता-जाता है।
हर माह जाते हैं तीन हजार कंटेनर
अदाणी लाजिस्टिक्स पार्क के टर्मिनल हेड रविंदर सिंह ने बताया कि कंटेनरों का आदान-प्रदान शुरू हो गया है। पुराने कर्मचारियों को दोबारा ज्वाइंनिंग के लिए कहा गया है। साथ लगते गावों से कुछ और युवाओं को भी नौकरी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि हर माह तीन हजार के करीब कंटेनर यहां से जाते रहे हैं। पुरानी स्थिति लौटने में समय लगेगा।
दोबारा नौकरी मिलने से ग्रामीणों में उत्साह
दोबारा नौकरी मिलने से ग्रामीण काफी उत्साहित हैं। काम पर लौटे सरबजीत सिंह ने कहा कि हमारे लिए घर से दूर जाकर काम करना बेहद कठिन था। जितने दिन पार्क बंद रहा, हमें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। ऐसे बड़े प्रोजेक्ट बंद नहीं होने चाहिए। किसान गुरबख्श सिंह ने कहा कि केवल खेती से हम परिवार का पालन-पोषण नहीं कर सकते। हमारे बच्चों को भी नौकरियों की जरूरत है। उन्हें अब काम के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा।