गठबंधन टूटने के बाद पहली बार जम्मू में शाह, दिया 2019 चुनाव का मंत्र
जम्मू, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह शनिवार को जम्मू में एक रैली को संबोधित करने पहुंचे. जम्मू-कश्मीर में बीजेपी और पीडीपी का गठबंधन समाप्त होने के बाद अमित शाह की यह पहली रैली है. इस रैली से पहले उन्होंने पार्टी नेताओं से मुलाकात की. इस मुलाकात में उन्होंने 2019 की लिए मंत्र दिया. साथ ही ये भी बताया कि पार्टी राष्ट्रहित के मुद्दे पर समझौता नहीं करेगी. बता दें, पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस के मौके पर अमित शाह जम्मू पहुंचे हैं.
राष्ट्रहित से कोई समझौता नहीं: शाह
रैली से पहले अमित शाह ने पार्टी नेताओं के साथ बैठक की. इस बैठक में 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चा हुई. सूत्रों के मुताबिक, इस मीटिंग में शाह ने साफ किया कि बीजेपी राष्ट्रहित से कोई समझौता नहीं करेगी. राष्ट्रहित से जुड़े मामले बीजेपी के लिए सबसे महत्वपूर्ण हैं. इसी को लेकर 2019 का चुनाव लड़ा जाएगा. कार्यकर्ताओं को 2019 का मंत्र देने के बाद अमित शाह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के मुख्यालय गए.
कांग्रेस का हाथ पाकिस्तान के साथ: रविंद्र रैना
इस रैली में जम्मू कश्मीर के बीजेपी अध्यक्ष रविंद्र रैना ने कहा, कांग्रेस पहले भी षडयंत्र करती थी. अब भी षडयंत्र करती है. कांग्रेस वाले कहते हैं कि कांग्रेस का हाथ आम आदमी साथ लेकिन कांग्रेस का हाथ पाकिस्तान के साथ है. कांग्रेस का हाथ अलगाववादियों के साथा है. ये भारत माता के सबसे बड़े गद्दार हैं.
रविंद्र रैना ने डेढ़ साल पहले का एक किस्सा सुनाते हुए कहा, जम्मू कश्मीर की सरकार की ओर से डेढ़ साल पहले एक ऐसा आदेश पारित हुआ जिससे तिरंगे का अपमान होता. उस वक्त अमित शाह नागपुर में मौजूद थे. जैसे ही उन्हें इस फैसले के बारे में जानकारी मिली. उन्होंने फोन पर कहा, 4 घंटे का समय देता हूं अगर ये फैसला वापस नहीं लिया तो जम्मू कश्मीर में सिर्फ तिरंगा दिखाई देगा.
बता दें, पीडीपी से गठबंधन तोड़ने के बाद अमित शाह का यह जम्मू दौरा राजनीतिक तौर पर काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. पार्टी की राज्य के जम्मू और लद्दाख क्षेत्र में मजबूत पकड़ है, ऐसे में पीडीपी का साथ छोड़ने के बाद बीजेपी का जोर 2019 के मद्देनजर जम्मू क्षेत्र में अपने प्रदर्शन को बेहतर करने पर रहेगा.